Holi Alert: दिल्ली सरकार ने अस्पतालों को जारी किया अलर्ट, शनिवार को भी चलेगी ओपीडी
New Delhi: आम दिनों के मुकाबले किसी भी त्योहर के मौके पर अस्पताल आने वाले मरीजों की संख्या दोगुनी हो जाती है और यह मरीज इमरजेंसी केस के होते हैं Holi Alert। और खासकर बात अगर होली की करें तो इस दिन अस्पतालों में लड़ाई-झगड़े और एक्सीडेंट के केस काफी ज्यादा आते हैं। इसलिए होली पर स्वास्थ्य सेवाओं को सक्रिय रखने के लिए सरकार ने सभी अस्पतालों को निर्देश भी दिए हैं।
(Holi Alert) दिल्ली के लोकनायक अस्पताल से लेकर डीडीयू, सफदरजंग, आरएमएल, एम्स सहित कई बड़े अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही ट्रामा सेंटर सेवाओं को भी सक्रिय कर दिया गया है। पूर्वी दिल्ली में चाचा नेहरु अस्पताल और जीटीबी अस्पताल में होली को देखते हुए आपातकालीन वार्ड में बच्चों के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।
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इमरजेंसी में काम करने वाले डॉक्टरों की संख्या और उनके काम करने का समय बढ़ा दिया जाता है ताकि यहां आने वाले मरीज को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। इस दिन अस्पताल में आने वाले लोग यह लोग नशे में धूत होते हैं और अस्तपाल में आकर भी खूब हुड़दंग मचाते हैं। ठीक ढंग से इलाज तक नहीं करने देते। ऐसे में इनका इलाज करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इमरजेंसी में डॉक्टरों की छह-छह घंटो की शिफ्ट होती है और एक शिफ्ट में 300-400 केस आ जाते हैं।
होली पर और होली से एक रात पहले से ही अस्पतालों में आने वाले एक्सीडेंट के केसों में 75 फीसदी तक ऐसे मरीज पाए जाते हैं जिन्होंने शराब पी रखी है या फिर कोई दूसरा नशा किया हुआ है। और जिनमे ज्यादातर वो लोग होते है जिन्होंने नशे में अपनी गाड़ी कही थोक दी होती है। इनका इलाज करना भी बड़ी चुनौति होती है क्योंकि एक्सीडेंट के केस में इनकी स्थिति काफी खराब होती है और चूंकि यह नशे में होते हैं इसलिए इनको दवाई या इंजेक्शन भी सोच-समझकर लगाना पड़ता है।
होली के इस पर्व का आनंद ले मौज मस्ती करे पर साथ ही सावधान रहे सतर्क रहे
रिपोर्ट – रुपाली सिंह