अयोध्या : अयोध्या में तेजी से बन कर तैयार हो रहे राम मंदिर के साथ ही देश के कई राज्यों व तीन देशों ने अपने-अपने गेस्ट हाउस बनाने के लिए जमीन की मांग की है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने धार्मिक पर्यटन के नजरिए से अयोध्या के बढ़ने वाले महत्व को देखते हुए देश के सभी राज्यों को अतिथि गृह बनाने के लिए जमीन देने की पेशकश की है।
राज्यों के अतिरिक्त अब तक श्रीलंका, नेपाल और दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने भी उत्तर प्रदेश सरकार से अपने भवन बनाने के लिए जमीन की मांग की है। इन देशों व राज्यों को आवास विकास परिषद की ओर से विकसित किए जा रहे नव्य अयोध्या आवासीय परियोजना में जमीन दी जाएगी। प्रदेश सरकार की योजना नव्य अयोध्या में 80 देशों व राज्यों को अतिथि गृह बनाने के लिए भूखंड देने की है।
अयोध्या जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि अब तक 15 राज्यों ने अपने-अपने अतिथि गृह अथवा भवन बनाने के लिए जमीन की मांग की है। सबसे पहले गुजरात राज्य को अयोध्या में जमीन का आवंटन किया गया है। नव्य अयोध्या में प्रत्येक राज्य को भवन अथवा अतिथि गृह बनाने के लिए पांच एकड़ का भूखंड आवंटित किया जाएगा।
इसके साथ ही देश के कई प्रसिद्ध मठ, मंदिर व आश्रमों के ट्रस्टों को भी अयोध्या में अपने भवन बनाने के लिए जमीन दिए जाने का प्रावधान किया जा रहा है। अब तक प्रसिद्ध तिरुपति बाला जी ट्रस्ट की ओर से अयोध्या में अतिथि गृह बनाने के लिए जमीन की मांग संबंधी अनुरोध आ चुका है।
प्रदेश सरकार का मानना है कि अगले साल जनवरी में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या में देश व विदेश से आने वाले पर्यटकों की तादाद में खासा इजाफा होगा। इसको देखते हुए बड़े पैमाने पर सुविधाओं की जरुरत होगी। इन जरूरतों को देखते हुए न केवल बड़े पैमाने पर होटलों, गेस्ट हाउस व मोटलों के लिए भूखंड विकसित किए जा रहे हैं बल्कि राज्यों व देशों को भी अतिथि गृहों के लिए जमीन दी जा रही है।
इसके साथ ही अयोध्या शहर में लोगों के ठहरने के लिए होम स्टे को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। राम मंदिर के उद्घाटन के दौरान खास तौर पर होने वाली भीड़ को ठहराने के लिए अयोध्या में होम स्टे के लिए गृह स्वामियों से आवेदन मांगे गए थे। अब तक 1000 से ज्यादा लोगों ने अयोध्या में होम स्टे की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवेदन किया है। इस होम स्टे में लोगों को 1500 रुपये से लेकर 2500 रुपये की दर पर ठहरने के लिए कमरे व नाश्ता आदि उपलब्ध कराया जाएगा।