नई दिल्ली: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगोलिया का दौरा करने वाले हैं। यूक्रेन से युद्ध के दौरान और अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद यह पहली बार है, जब पुतिन किसी आईसीसी मान्यता प्राप्त देश की यात्रा करने वाले हैं। पुतिन के दौरे से पहले यूक्रेन ने मंगोलिया के राष्ट्रपति से आग्रह किया है कि वे पुतिन को गिरफ्तार कर लें। लेकिन, सवाल यह है कि क्या पुतिन की गिरफ्तारी मुमकिन है? इससे पहले भी 2015 में सूडान के तत्कालीन राष्ट्रपति पर गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ लेकिन, आईसीसी सदस्य देश की यात्रा के दौरान उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। उधर, क्रेमलिन का कहना है कि उसे पुतिन की गिरफ्तारी का कोई भय नहीं, लेकिन राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर पूरी सावधानी बरती गई है।
दरअसल, यूक्रेन ने मंगोलिया से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अगले सप्ताह देश की यात्रा से पहले उन्हें गिरफ्तार करने का आग्रह किया है। आईसीसी ने पुतिन पर युद्ध अपराधों के लिए ज़िम्मेदार होने का आरोप लगाते हुए 2023 में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पुतिन पर निर्दोषों के नरसंहार का आरोप है, जो रूसी लड़ाकों ने यूक्रेन में किया। आईसीसी के एक प्रवक्ता का कहना है कि मंगोलियाई अधिकारियों का आईसीसी नियमों का पालन करना “दायित्व है”, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि गिरफ्तारी होगी।
उधर, क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति के सरकारी आवास) ने कहा है कि उसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आगामी मंगोलिया यात्रा के सिलसिले में कोई चिंता नहीं है। बता दें कि मंगोलिया अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) का हिस्सा है और पुतिन का तीन सितंबर को मंगोलिया जाने का कार्यक्रम है। मार्च 2023 में आईसीसी से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुतिन की किसी आईसीसी सदस्य देश की यह पहली यात्रा होगी। आईसीसी ने यूक्रेन में संदिग्ध युद्ध अपराध को लेकर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
क्रेमलिन द्वाराजारी एक बयान के अनुसार, पुतिन ‘ जापानी सैन्यवादियों पर सोवियत और मंगोलियाई सशस्त्र बलों की संयुक्त जीत की 85 वीं वर्षगांठ पर औपचारिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए’ (मंगोलियाई) राष्ट्रपति उखना खुरेलसुख के निमंत्रण पर मंगोलिया की यात्रा करेंगे। पुतिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने शुक्रवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि क्रेमलिन को आगामी यात्रा को लेकर कोई ‘चिंता नहीं’ है:‘‘मंगोलिया के अपने मित्रों के साथ हमारी शानदार बातचीत रही है।’
पुतिन की गिरफ्तारी कितनी मुमकिन?
आईसीसी की स्थापना संधि ‘रोम संविधि’ के मुताबिक जिसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया होता है, वह यदि किसी आईसीसी सदस्य देश में कदम रखता है, तो उसे गिरफ्तार करना उस देश का दायित्व बनता है। लेकिन अदालत के पास अपने आदेशों को लागू करने का क्रियान्वयन तंत्र नहीं है।
एक ऐसे ही बहुचर्चित मामले में, जब 2015 में सूडान के तत्कालीन राष्ट्रपति उमर अल-बशीर ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की थी, तब उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गिया था। दक्षिण अफ्रीका आईसीसी का सदस्य है। उसके इस कदम की मानवाधिकार कार्यकर्ताओं एवं देश के मुख्य विपक्षी दल ने कड़ी आलोचना की थी।