नई दिल्ली. जहां एक तरफ ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का 96 वर्ष की आयु में आज निधन हो गया है। वहीं महारानी ने अपनी अंतिम सांस स्कॉटलैंड के बाल्मारोल स्थित आवास पर ली है। गौरतलब है कि, एलिजाबेथ द्वितीय ने वर्ष 1952 में अपने पिता जार्ज षष्टम की मौत के बाद महज 25 वर्ष की उम्र में ब्रिटेन की कमान संभाली थी। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन के अलावा 15 और देशों की भी महारानी थी।
वैसे भी किसी भी देश के राजा और रानी के बारे में आम तौर पर यह धारणा रहती है कि उनके पास अकूत संपत्ति होती है या होती होगी। तो आज हम जानते हैं ब्रिटेन की महारानी अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गईं और इस अथाह संपत्ति का वारिस कौन है? मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गईं हैं। वहीं फोर्च्यून के अनुसार महरानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे करीब 500 मिलियन डॉलर भारतीय रुपयों के अनुसार करीब 39,858,975,000 रुपये की अकूत संपत्ति छोड़ गईं हैं। अब ये संपत्ति उनकी मौत के बाद ब्रिटेन के महाराजा बने प्रिंस चार्ल्स को विरासत में मिलेगी।
फोर्ब्स की मानें तो ब्रिटेन की राजशाही परिवार के पास वर्ष 2021 तक करीब 28 बिलियन डॉलर की अचल संपत्ति थी, जिसे किसी भी हाल में बेचा नहीं जा सकता। इन संपत्ति में शामिल द क्राउन एस्टेट की कीमत 19.5 बिलियन डॉलर है। जबकि बकिंघम पैलेस की कीमत 4.9 बिलियन डॉलर, द डची ऑफ कार्नवाल की 1.3 बिलियन डॉलर, द डची ऑफ लैंकेस्टर 748 मिलियन डॉलर, केसिंगटन पैलेस की 630 मिलियन डॉलर और स्कॉटलैंड के क्राउन एस्टेट की कीमत ही करीब 592 मिलियन डॉलर है।
वहीं अन्य मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महारानी ने अपने निवेश, ज्वेलरी, कला संग्रह और रियल एस्टेट हाल्डिंग्स से लगभग 500 मिलियन डॉलर की संपत्ति भी अर्जित की थी। उनकी मृत्यु के बाद अब इस संपत्ति को उनके बेटे और ब्रिटेन के राजा प्रिंस चार्ल्स को सौंप दी जाएगी। महरानी की मौत के बाद प्रिंस चार्ल्स स्वतः ही ब्रिटेन के महाराजा घोषित हो गए हैं। इसके अलावे वे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड समेत 15 अन्य देशों के भी प्रमुख होंगे।