नई दिल्ली: जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, हमारे शरीर में कई बदलाव होते हैं। विशेषकर मनुष्य की शक्ति और ताकत में बहुत कमजोरी है। हड्डियां और जोड़ कमजोर होने में सबसे आगे हैं। हड्डियों का घनत्व कम होने से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है , जिससे हड्डियां पतली हो जाती हैं और फ्रैक्चर होने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन घबराओ मत! आप कुछ सरल और प्रभावी सुझावों का पालन करके अपनी हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं। तो आइए आज इस आर्टिकल में जानें ये आसान टिप्स…
अपनी जीवनशैली में निम्नलिखित छोटे-छोटे बदलाव अपनाकर आप बुढ़ापे में भी अपनी हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बना सकते हैं और याद रखें कि आपका शरीर जितना मजबूत होगा, आप उतने ही अधिक आत्मनिर्भर होंगे और अपने जीवन का हर पल बिना किसी परेशानी के मुस्कुराते हुए जिएंगे।
कैल्शियम और विटामिन डी का पर्याप्त सेवन :
कैल्शियम और विटामिन डी हड्डियों के लिए बहुत जरूरी हैं। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है , जबकि विटामिन डी शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। डेयरी उत्पाद , हरी पत्तेदार सब्जियाँ , सूखे मेवे और सोया उत्पाद कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं। वहीं, विटामिन डी के लिए आपको नियमित रूप से धूप के संपर्क में रहना चाहिए या आवश्यकतानुसार सही मात्रा में सप्लीमेंट लेना चाहिए।
नियमित व्यायाम:
नियमित शारीरिक गतिविधियां हड्डियों और जोड़ों के लिए बहुत जरूरी हैं। पैदल चलना , तैरना , जॉगिंग या योग करना हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है और जोड़ों के लचीलेपन को बनाए रखता है। सप्ताह में कम से कम पांच दिन 30 मिनट व्यायाम करें ।
स्वस्थ वजन बनाए रखें:
अधिक वजन होने से जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है , जिससे दर्द और सूजन हो सकती है। स्वस्थ वजन आपकी हड्डियों और जोड़ों दोनों के लिए फायदेमंद होता है। अपने आदर्श वजन के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें और उसके अनुसार आहार योजना बनाएं।
धूम्रपान और शराब से बचें:
धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन हड्डियों की मजबूती पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। ये आदतें हड्डियों के घनत्व को कम करती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को बढ़ाती हैं। इसलिए इन व्यसनों से बचना हड्डियों और जोड़ों के लिए सबसे अच्छा उपहार होगा।
पर्याप्त नींद:
अच्छी नींद आपकी हड्डियों और जोड़ों सहित पूरे शरीर के लिए फायदेमंद होती है। नींद के दौरान शरीर हड्डी के ऊतकों की मरम्मत करता है। इसलिए हर रात 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें ।