नई दिल्ली : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि अमेठी की जनता बड़े अंतर से उनकी जीत सुनिश्चित करेगी। खास बात है कि इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने फिर स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा है। जबकि, कांग्रेस ने गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाली उत्तर प्रदेश की सीट पर प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि पार्टी अगले सप्ताह रायबरेली और अमेठी को लेकर बैठक कर सकती है।
वाड्रा ने कहा कि उन्हें देशभर से कार्यकर्ताओं के फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘सिर्फ अमेठी ही नहीं, मुझे देशभर से पार्टी कार्यकर्ताओं के सक्रिय राजनीति में आने के लिए फोन आ रहे हैं। हां, मैं यह मानता हूं कि अमेठी थोड़ी ज्यादा जरूरी है, क्योंकी यहां मैं साल 1990 से प्रचार करता रहा हूं।’
उन्होंने कहा, ‘वे (अमेठी के लोग) चाहते हैं कि अगर मैं वहां से चुनाव लड़ता हूं, तो उनके पास स्मृतिजी के चुने जाने की गलती सुधारने का मौका होगा। मुझे भरोसा है कि वे बड़े अंतर से मेरी जीत तय करेंगे। हालांकि, मैं किसी को चुनौती देने के लिए नहीं लड़ूंगा। भले ही स्मृति जी ने पहले मुझपर बेबुनियाद आरोप लगाए हों।’
हालांकि, उन्होंने अमेठी सीट से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का भी समर्थन करने की बात कही है। एजेंसी से बातचीत में वाड्रा ने कहा, ‘अगर राहुल को लगता है कि उन्हें वायनाड के बाद अमेठी से भी लड़ना चाहिए, तो मैं उनके प्रचार के दौरान उनका पूरा समर्थन करूंगा। साथ ही मुझे लोगों से बात करने के लिए सक्रिय राजनीति में आने की जरूरत नहीं है। वे जानते हैं कि अगर राहुल और प्रियंका मौजूद नहीं हैं, तो वे कभी भी मुझसे मिल सकते हैं।’
साल 2004 से अमेठी सीट पर लगातार जीत हासिल कर रहे राहुल को 2019 में भाजपा नेता स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा कांग्रेस ने रायबरेली सीट से भी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी पहले ही राजस्थान से राज्यसभा का रुख कर चुकी हैं।