न्यूयॉर्क : संयुक्त राष्ट्र में रूस उप-राजदूत ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने यूक्रेन की मदद में कटौती का फैसला किया तो ये यूक्रेनी सेना के लिए मृत्युदंड के समान होगा। रूस ने यूक्रेन पर नाटो देशों को रूस के खिलाफ भड़काने और संघर्ष में शामिल करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद रूस के उप-राजदूत दिमित्री पोलिंस्की ने कहा कि अमेरिका की निवर्तमान बाइडन सरकार यूक्रेन को मदद देकर रूस और व्हाइट हाउस में भी गड़बड़ी पैदा करने की कोशिश कर रही है।
पोलिंस्की ने तंज कसते हुए कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने को लेकर डरे हुए थे और उनका डरना जायज भी है। उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप, यूक्रेन की मदद नहीं भी रोकते हैं, लेकिन ये तय है कि वे यूक्रेन को दी जाने वाली मदद का विश्लेषण जरूर करेंगे। वहीं रूस के इस दावे पर अभी तक ट्रंप की टीम की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप खुद रूस और यूक्रेन की जंग रोकने को लेकर गंभीर हैं और वे कीथ केलॉग को यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए विशेष दूत नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं। कीथ केलॉग एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल हैं। कीथ ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने की योजना भी योजना भी बनाई हुई है।
रूसी राजदूत ने कहा कि रूस ने बार-बार बातचीत की कोशिश की है, लेकिन यूक्रेन और उसके पश्चिमी समर्थक युद्ध को बढ़ाने में जुटे हैं। पोलिंस्की ने चेतावनी देते हुए कहा कि बाइडन सरकार और अन्य यूरोपीय सहयोगियों द्वारा यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलों का इस्तेमाल करने की मंजूरी देने से दुनिया वैश्विक परमाणु संघर्ष के मुहाने पर आ खड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। पोलिंस्की ने कहा कि अगर हम पर हमला हुआ तो जिस देश ने यूक्रेन को हथियार मुहैया कराए, उन पर हमला करना हमारा अधिकार है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के उप-राजदूत रॉबर्ट वुड ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन की सहायता करना जारी रखेगा।