नई दिल्ली: खराब लाइफस्टाइल और खानपान, तनाव आदि के कारण सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही आपकी स्किन के साथ-साथ बाल भी बेजान हो जाते हैं। आज के समय में हर कोई बालों के झड़ने, डैंड्रफ, सफेद बाल या फिर रूखे बालों से परेशान हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए बाजार से मंहगे से महंगे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इनसे फायदा मिलने के बजाय आपके बाल और भी ज्यादा सफेद हो जाते हैं।
सफेद बालों से छुटकारा पाने के कारणगर उपाय-
विटामिन सी भरपूर आंवला का सेवन करे। इसमे आप आचार, कैंडी, अमरस किसी भी रूप में खा सकते हैं। अपनी डाइट में अधिक से अधिक हरी सब्जियों को शामिल करे। रोजाना सुबह गिलोय, तुलसी, एलोवेरा, व्हीटग्रास का जूस पिएं। इससे आपके बाल काले होने के साथ-साथ लाइफस्टाइल डिजीज के साथ कई खतरनाक बीमारियों से कोसों दूर रहेगी। इसके साथ ही आपकी इम्यूनिटी मजबूत होगी। बालों में भृंगराज तेल लगाने से लाभ मिलेगा। इसके अलावा अगर आपको भृंगराज का पौधा मिल जाता है तो इसकी पत्तियों का रोजाना रस पिएं। इससे भी बालों को काला करने में मदद मिलेगी।
रीठा-शिकाकाई
शैंपू की बजाय आप चाहे तो रीठा, शिकाकाई और आंवला के पानी से अपने बालों को धोएं। इसके लिए रात को इन तीनों चीजों को भिगो दें। दूसरे दिन इसके पानी से बालों को धोएं। इससे भी आपको बालों के झड़ने की समस्या के साथ सफेद बालों से निजात मिल जाएगा।
काले बालों के लिए योगासन-
शीर्षासन:
बालों को हेल्दी और काले बनाने के लिए शीर्षासन करे। इससे आपके शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक ढंग से होगा। इसके लिए नॉर्मल सांस लेते हुए सिर को घुटनों के सामने फर्श पर रखें। अंगुलियों को सिर के पीछे से पकड़ें और हाथों से सिर के पिछले भाग को सहारा दें। अब धीरे-धीरे अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और एकदम सीधे रखें। पैरों को ऊपर उठाने के लिए आप शुरुआत में दीवार का सहारा ले सकते हैं। इस दौरान आपका पूरा शरीर बिल्कुल सीधा होना चाहिए। शरीर का संतुलन अच्छी तरह से बनाए रखें। इस मुद्रा में आने के बाद 15- 20 सेकंड तक गहरी सांस लें और जितनी देर हो सकते इसी मुद्रा में रहें। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ें और और पैरों को धीरे-धीरे नीचे जमीन पर वापस लाएं।
सर्वांगसन
अब पहले पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को शरीर से सटाकर सीधा कर लें। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए पैरों, कूल्हों और कमर को ऊपर उठाने की कोशिश करें। कमर को हाथों को देते हुए कोहनियों को जमीन से सटा लें। इस दौरान आपके शरीर का भार कंधों, कोहनियों और सिर पर होगा। इसलिए जल्दबाजी करने से बचें। कुछ देर इसी मुद्रा में बने रहने के बाद धीरे-धीरे पैरे नीचे करें और अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।