आगरा : आगरा नगर निगम वित्तीय वर्ष 2022-23 के तहत राजस्व वसूली के लिए अभियान चलाया था। 31 मार्च तक नगर निगम ने हाउस टैक्स की मद में 100 करोड़ रुपये के सापेक्ष करीब 71 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में करीब 10 करोड़ अधिक है, लेकिन इस वर्ष भी करीब आधे से अधिक उपभोक्ताओं ने टैक्स जमा नहीं किया है। अब इन पर कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम के अधिकारी 31 मार्च तक करीब 71 करोड़ रुपये टैक्स वसूलने में कामयाब रहे। शहर में करीब एक लाख से अधिक उपभोक्ताओं ने टैक्स जमा नहीं किया है। अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता के मुताबिक 100 वार्ड में करीब 3.17 लाख संपत्तियां पंजीकृत हैं लेकिन टैक्स करीब 2 लाख संपत्तियों पर ही मिला है। हरीपर्वत जोन की वसूली सर्वाधिक 81.60 फीसदी रही। छत्ता 80.43 फीसदी, ताजगंज 72.28 फीसदी, लोहामंडी जोन की वसूली 70.32 फीसदी रही है।
जलकल विभाग में टैक्स जमा करने वालों की संख्या बहुत कम रही है। जलकल विभाग के जीएम कुलदीप सिंह के मुताबिक, जलकल विभाग में करीब 1.85 लाख कनेक्शन पंजीकृत हैं, लेकिन वित्तीय वर्ष 2022-23 की वसूली करीब 70 करोड़ रुपये के आसपास रही है। इसके तहत बड़ी संख्या में कनेक्शन काटने का अभियान चलाया गया था।
वहीं राजस्व वसूली के अभियान के तहत ताजमहल को आगरा नगर निगम द्वारा एक करोड़ रुपये जल कर और 1.47 लाख रुपये संपत्ति कर के रूप में भुगतान करने का नोटिस जारी किया गया था। टैक्स नोटिस भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को जारी किए गए थे। हालांकि, एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद् राज कुमार पटेल ऐतिहासिक स्मारकों पर इस तरह के टैक्स लागू नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि विभागों ने गलती से नोटिस जारी कर दिया है और सभी संबंधित पक्षों को जवाब भेजा जाएगा।