दुनिया की चकाचौंध से दूर अरब सागर के बीच समुद्री जीवन और वनस्पतियों से घिरा लक्षद्वीप बहुत ही शानदार जगह है सुकून भरा वेकेशन चाहने वालों के लिए। तो अगर आप भी उनमें से एक हैं तो जान लें यहां की प्लानिंग करने से पहले कुछ जरूरी बातें।
नीला व साफ समुद्र, खूबसूरती से भरे आईलैंड और भीड़भाड़ से दूर जैसी वजहें लक्षद्वीप को खास बनाती हैं। अगर आप एक सुकून भरे वेकेशन की प्लानिंग कर रहे हैं, तो लक्षद्वीप आना नो डाउट बेस्ट डिसीज़न साबित होगा। जहां का एक्सपीरियंस कभी न भूल पाने वाला है। लक्षद्वीप केरल तट से 220-440 किमी दूर स्थित है। अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो आपके लिए भी यहां ढेरों अवसर हैं। यहां आकर आप लैगून स्विमिंग, सर्फिंग, स्कूबा डाइविंग, स्नोर्केलिंग और कयाकिंग जैसी और भी कई दूसरी एक्टिविटीज़ एंजॉय कर सकते हैं।
लक्षद्वीप में घूमने वाली जगहें
पश्चिमी लगून
इसके पश्चिमी तट पर स्थित लगून में वॉटर स्पोटर्स जैसे- कयाकिंग और कनू चलाने का आनंद ले सकते हैं।
साइंस म्यूजियम- प्लैनेटेरियम
इसमें मॉर्डन जमाने की चीज़ें और सितारों की दुनिया देख सकते हैं।
चिकेन नेक पॉइंट
यहां स्कूबा डाइविंग करके रंग-बिरंगे कोरल स्टार फिश, सी एनिमोन, सी क्यूकंबर और बहुत से अन्य समुद्री जीवों को देख सकते हैं। अगर आप स्कूबा डाइविंग करने से डरते हैं तो आपके लिए स्नोर्केलिंग का भी ऑप्शन यहां मौजूद है, जिसमें आप समुद्र की सतह पर तैरते हुए उसके अंदर की दुनिया का नजारा देख सकते हैं। अगर पानी से बहुत घबराते हैं तो ग्लास बॉटम नाव में सैर आपके लिए यहां मौजूद है।
म्यूजियम-एक्वेरियम
इस म्यूजियम में अलग-अलग प्रजाति की मछलियां और उनसे संबंधित सारी डिटेल्स यहां मिलेगी। इसके अलावा समुद्री वनस्पति और अन्य जीव-जंतु भी इस म्यूजियम में आकर देखे जा सकते हैं।
लाइट हाउस
इसके ऊपर से पूरे द्वीप का विहंगम नजारा देखा जा सकता है।
कड़मठ (कदमत)
यह दूसरा द्वीप है, जहां आप चाहें तो समुद्र किनारे बने टूरिस्ट हट में शांति का आनंद ले सकते हैं या कयाक, पैडलबोट, पाल नौका पर सैर कर सकते हैं।
बांगरम
इसके कोरल रीफ बहुत सुंदर हैं। यहां भी आप समुद्र के ऊपर या अंदर सैर कर सकते हैं।
कैसे जाएं
केरल के कोच्चि शहर से इंडियन एयरलाइंस की डेढ़ घंटे की फ्लाइट आपको अगाति द्वीप ले जाती है। यहां से कवाराती द्वीप पर हेलीकॉप्टर से जा सकते हैं। मानसून के महीनों को छोड़कर अक्टूबर से मई तक अगाति से कवाराती नाव से भी जा सकते हैं। कोच्चि से विभिन्न द्वीपों के लिए जहाज भी चलते हैं, जिसमें 14 से 18 घंटे लगते हैं। मानसून में यह सेवा बंद रहती है। लक्षद्वीप जाने के लिए परमिट लेना जरूरी है। भारतीय नागरिक परमिट लेकर किसी भी द्वीप पर जा सकते हैं।
कब जाएं
अक्टूबर से अप्रैल के बीच कभी भी जाया जा सकता है। नवंबर से फरवरी के बीच गर्मी कम होती है लेकिन पहले से बुकिंग करना जरूरी है क्योंकि ठहरने और जाने के लिए सीमित संख्या में ही जगह अवेलेबल रहती है।
जरूरी जानकारी
– यहां मोबाइल में सिग्नल नहीं आते इसलिए डिजिटल पेमेंट पर डिपेंड न रहें। अपने पास कैश रखें।
– नॉर्मल गोवा या दूसरे बीच की तरह यहां पर दुकानें नहीं मिलेंगी, तो अपने साथ जरूरत का सामान, दवाएं जरूर कैरी करें।
– बहुत ज्यादा सामान कैरी न करें क्योंकि हेलीकॉप्टर में सिर्फ एक छोटा बैग ही ले जा सकते हैं।