अगर आपके गले में हो रही खिंच खिंच तो न करें नजरअंदाज, हो सकती है ये गंभीर बीमारी, जानें लक्षण और उपचार
नई दिल्ली। अगर आपके गले में भी काफी समय से खिंच खिंच है, तो सावधान हो जाएं. अगर ऐसा है तो आपके गले में इंफेक्शन हो सकता है. वहीं, गले का इंफेक्शन होने पर गले में दर्द, खराश, ठंडा लगना या बुखार के लक्षण नजर आते हैं. दरअसल, गले में इंफेक्शन होना एक आम समस्या है, जो बैक्टीरियल, वायरल इन्फेक्शन और एलर्जी की वजह से हो सकता है. वहीं, मौसम में बदलाव या फ्लू के कारण भी गले में संक्रमण हो सकता है.
आपको बता दें कि गले के इंफेक्शन के लक्षणों पर आम तौर पर लोग ध्यान नहीं देते हैं. इसके कई लक्षण शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी दिखाई देते हैं. अगर आपको मौसम में हो रहे बदलाव के कारण अगर गले में खराश, खांसी अथवा दर्द रहता है, तो आपको गले में इंफेक्शन होना संभव है.
गले का इंफेक्शन किसी भी आयु वर्ग के लोगों को हो सकता है, लेकिन ज्यादातर ये समस्या छोटे बच्चों में देखी जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती हैं. इसलिए बड़ी आसानी से उन्हें गले में संक्रमण हो सकता है. ये संक्रमण बैक्टीरिया के कारण हो सकता है.
आइए बताते हैं गले में संक्रमण के लक्षण. दरअसल, संक्रमण के चलते आवाज में तेजी से बदलाव होने लगता है और आवाज कर्कश हो जाती है. इसके अलावा बुखार और खांसी आना, गले में खराश और दर्द, खाने को निगलने में कठिनाई, टॉन्सिल में सूजन और दर्द होना या सफेद परत आना, गले का लाल होना, तेजी से गला सूखना, जीभ पर लाल दाने आने गले में संक्रमण के प्रमुख लक्षण हैं.
आमतौर पर कई लोगों को एलर्जी की समस्या होती है. इस वजह से गले का इंफेक्शन हो सकता है. आस-पास के प्रदूषण, पालतू जानवरों, कमजोर इम्यून सिस्टम कारणों से एलर्जी हो सकती है.
जुकाम और वायरल संक्रमण के कारण गले का इंफेक्शन हो सकता है. इसमें स्ट्रेप थ्रोट, गले और टॉन्सिल में संक्रमण हो सकता है. वहीं, अगर गले में चोट लगने से व्यक्ति के वोकल कॉर्ड्स और मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है, इससे भी गले में खराश हो सकती है, जो लंबे समय तक परेशान कर सकती है.
अगर गले के इंफेक्शन से बचना चाहते हैं, तो बाकायदा साफ सफाई का ध्यान रखें. इसके अलावा खाना खाने से पहले और बाद में हाथों को साफ से धोएं. अगर आपको सर्दी जुकाम है तो, खांसते या छींकते समय रूमाल का इस्तेमाल जरूर करें. वहीं, आपको बता दें कि धूम्रपान से भी गले का इंफेक्शन बढ़ सकता है. ऐसे में सिगरेट और शराब का सेवन करने से बचना चाहिए.
दरअसल, इस दौरान कोरोना के मामले भी बढ़ रहे हैं. वहीं, गले में खराश होने या अन्य लक्षण नजर आएं तो लोगों से शारीरिक दूरी भी बनाएं रखें. वहीं, अगर प्रदूषण अथवा हवा में गंदगी है, तो आपको थ्रोट इंफेक्शन का खतरा वना रहता है. इसलिए आप गंदी जगहों पर जाने से बचें. इसके अलावा भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें, लेकिन ठंडा नहीं.
आपको बता दें कि गले के संक्रमण को ठीक करने में कई घरेलू उपचार कारगर हैं. इसके इलाज में पीड़ित नमक, लहसुन, सेब का सिरका, शहद, दूध, हल्दी, अदरक, भाप और मुलेठी का उपयोग करता है. इसके अलावा गले का संक्रमण होने पर आप एंटीबायोटिक दवा का प्रयोग कर सकते हैं, लेकिन बगैर डॉक्टर की सलाह के किसी दवा को न लें. वहीं, अगर स्थिति गंभीर है तो गले में संक्रमण के इलाज को ठीक करते सर्जिकल प्रक्रिया भी है, जिसमें टॉन्सिल को आपरेट कर निकाल दिया जाता है.