IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट, यहाँ भूस्खलन के भी आसार
कोरोना के बढ़ते मामलो से जहा लोग हैरान परेशान है तो वही आपको बता दे की मौसम ने भी अब लोगो की परेशानी बढ़ा दी है मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में एक बार फिर से भारी बर्फबारी (Snowfall) की संभावना जाहिर की है. विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटों में एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) जम्मू-कश्मीर की ओर बढ़ेगा. इससे मौसम में बदलाव के साथ तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. इतना ही नहीं, IMD ने 7 और 8 जनवरी के लिए केंद्रशासित प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाकों में ज्यादातर जगहों पर हल्की बारिश हो रही है.
मौसम विभाग ने बताया है कि केंद्रशासित प्रदेश के लोगों को 9 जनवरी की सुबह थोड़ी राहत मिलने के आसार जरूर है. IMD ने कहा है कि बारिश और स्नोफॉल की वजह से 8 जनवरी को सड़कों पर ट्रैफिक और हवाई सफर प्रभावित हो सकता है. इतना ही नहीं, संवेदनशील स्थानों पर हिमस्खलन और भूस्खलन (Landslide) भी हो सकता है. विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों से हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने के लिए कहा है.
भारी हिमपात के कारण सड़कों और हाईवे से बर्फ हटाने के लिए जवानों और मशीनरी को लगाया गया है. गुरुवार को भी कम विजिबिलिटी के कारण कई उड़ानें सुबह के समय श्रीनगर एयरपोर्ट से न तो उतर सकीं और न ही उड़ान भर सकीं. हालांकि, मौसम में सुधार के साथ एयरपोर्ट पर फ्लाइट सर्विस शुरू हो गई. कश्मीर में चिल्लई कलां का दौर जारी है. चिल्लई कलां एक टाइम पीरियड को कहा जाता है, जिसमें काफी ठंड पड़ती है. यह करीब 40 दिन का समय होता है, जिसमें काफी तेज ठंड पड़ती है. ओस जमने लगती है और कश्मीर में हर तरह बर्फ ही बर्फ दिखाई देती है. वैसे तो माना जाता है कि 21 दिसंबर से इसकी शुरुआत हो जाती है. यह दौर 31 जनवरी तक चलता है.