स्वतंत्रता आन्दोलन में साहित्यकारों, लेखकों एवं कवियों की महत्वपूर्ण भूमिका: जयवीर सिंह

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा है कि देश को आजादी दिलाने में कवियों, लेखकों एवं साहित्यकारों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। साहित्यकारों ने अपनी लेखनी के माध्यम से आम जनता में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ एक सशक्त जनमत तैयार किया, इसके साथ ही क्रांतिकारियों का मनोबल ऊंचा रखने के लिए अपनी कलम को तलवार बनाया। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

जयवीर सिंह आज उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के सहयोग से अनुरागिनी संस्था द्वारा इंदिरा नगर लखनऊ स्थित आईसीसीएमआरटी सभागार में आयोजित स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में हिंदी साहित्यकारों की भूमिका विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ वैचारिक आन्दोलन की नींव रखी। जिसके फलस्वरूप पूरे देश की जनता अग्रेजों के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाया।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर असंख्य गुमनाम शहीदों एवं क्रांतिकारियों को नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि उनके योगदान को मौजूदा पीढ़ी को परिचित कराना हम सब की जिम्मेदारी है। इसी के साथ ही उन तमाम लेखकों, कवियों एवं साहित्यकारों के योगदान का भी स्मरण कराना चाहिए। उन्होंने अनुरागिनी संस्था के पदाधिकारियों को अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित किये जाने के लिए शुभकामनाएं एवं बधाई दी। उन्होंने कहा कि समय-समय पर इस तरह के वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया जाना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर डा0 अनुज भदौरिया डा0 महेश कुमार पांडेय भारत सिंह डा0 करुणा पाण्डेय की साहित्यिक साधना पर उनको अंग वस्त्र श्री फल सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।

अतिथि वक्ता डा0 करुणा पाण्डेय एवं डा0 महेश कुमार पांडेय बजरंग ने अपने वक्तव्यो के माध्यम से देश की आजादी में मुंशी प्रेमचंद बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय शरद चंद वीर सावरकर सुभद्रा कुमारी चौहान माखन लाल चतुर्वेदी द्वारा देश प्रेम पर लिखित गीत उपन्यास पर प्रकाश डाला। संचालन डॉ अनुज भदौरिया ने एवं आभार आईसीसीएमआरटी के सहायक आचार्य डा राम कोमल प्रजापति ने किया।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सहकारी सेवा मंडल के अध्यक्ष जमुना प्रसाद पांडेय, पी सी एफ के उप सभापति रमाशकर जायसवाल, उत्तर प्रदेश औद्यानिक सहकारी फेडरेशन के सभापति नवलेश सिंह, अनुरागिनी संस्था के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार ओझा, उपेंद्र सिंह राजावत, जितेंद्र कुमार पांडेय, सहकार भारती उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष हिरेंद्र कुमार मिश्रा, डा देव सिंह प्रभुनंदन्न मिश्रा, पीयूष मिश्रा, विवेक राय, संजय चौहान, वी के सिंह, डॉ रूपेश कुमार, उत्तराखंड महापरिषद के महासचिव भारत सिंह बिष्ट सहित प्रतिभागी उपस्थित थे।

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