इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सियासत (Pakistan’s politics) में इन दिनों राजनीतिक पार्टियों (political parties) को विदेशों से मिलने वाली फंडिंग को लेकर बवाल मचा है. इस मामले में निशाने पर है इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (Tehreek-e-Insaf), जिस पर सबसे ज्यादा फंडिंग का आरोप लगा है. पाकिस्तान में चुनाव आयोग ने इस मामले पर सुनवाई करके फैसला सुरक्षित रख लिया है. दरअसल फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि पाकिस्तानी बिजनेसमैन आरिफ नकवी इमरान खान की पार्टी को फंडिंग की।
दरअसल 2013 में ब्रिटेन में खेले गए एक क्रिकेट मैच के जरिए हुई कमाई का बड़ा हिस्सा इमरान खान की पार्टी को चंदा के तौर पर दिया गया. आरिफ नकवी ने तीन किश्तों में पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ के अकाउंट में कुल मिलाकर 2.12 मिलियन डॉलर भेजे गए. इस रकम को आरिफ नकवी के मालिकाना हक वाली कंपनी के लिए भेजा गया था।
इस अखबार की रिपोर्ट में दावा किया गया कि इमरान खान की पार्टी को फंडिंग के लिए वूटन टी20 कप जैसे चैरिटी क्रिकेट का भी आयोजन किया गया था. इसमें इमरान खान और दुनियाभर के कई बैंकर व बिजनेसमैन शामिल हुए थे. आरिफ नकवी दुबई के बड़े बिजनेसमैन हैं और अबराज ग्रुप के फाउंडर हैं।
क्रिकेट मैच से हुई कमाई चंदे के तौर पर दी गई
आरिफ नकवी ने इमरान खान की 2013 में के चुनाव में मदद करने के लिए ऑक्सफोर्डशायर में चैरिटी क्रिकेट का आयोजन किया था. इस टूर्नामेंट में मेहमानों को भाग लेने के लिए 2 हजार पाउंड से लेकर 2500 पाउंड के बीच भुगतान करने के लिए कहा गया था. उस वक्त कहा गया था कि यह रकम अज्ञात परोपकारी काम के लिए जुटाई जा रही है।
दरअसल पाकिस्तान में राजनीतिक दलों को विदेशी नागरिकों और कंपनियों से फंडिंग की अनुमति नहीं है. इसी वजह से इमरान खान को विदेश से मिले इस भारी भरकम रकम को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. बता दें कि इस साल अप्रैल में इमरान खान को महंगाई और अन्य मुद्दों के चलते विपक्ष के भारी दबाव के बाद अविश्वास मत खोने पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।