बिहार चुनाव से पहले लालू प्रसाद के खिलाफ एक्शन में CBI, जमीन के बदले नौकरी मामले में RJD प्रमुख की बढ़ी मुसीबत
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ने वाली हैं। उनके खिलाफ जमीन के बदले नौकरी मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है। इस मुकदमें का बिहार की सियासत पर भी असर देखने को मिलेगा, क्योंकि यह चुनावी साल है। इसी साल के अंत में बिहार विधानसभा के चुनाव होने हैं।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने गुरूवार को लेकर लालू प्रसाद यादव व अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी को लेकर जानकारी दी। सीबीआई ने दिल्ली की एक अदालत को बताया कि एजेंसी ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से जुड़े कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले से जुड़े एक मामले में सभी आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए संबंधित अधिकारियों से अपेक्षित मंजूरी प्राप्त कर ली है।
सीबीआई ने विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने को बताया कि एजेंसी मामले में एक आरोपी के संबंध में मंजूरी का इंतजार कर रही है। एजेंसी ने बताया कि उसे जन सेवक आरके महाजन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है। न्यायाधीश ने आरोपपत्र में दर्ज आरोपों में समानता और अंतर के तत्वों के संबंध में सीबीआई से कुछ प्रश्न पूछे। अदालत ने आरोपपत्र के संज्ञान के बिंदु पर विचार करने के लिए सुनवाई सात फरवरी को निर्धारित कर दी।
न्यायाधीश ने कहा कि अंतिम आरोपपत्र में आरके महाजन के संबंध में मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल गई है। अदालत ने आरोपपत्र में दर्ज आरोपों में समानता और विशिष्टता के तत्वों के संबंध में सीबीआई से कुछ सवाल पूछे हैं। न्यायाधीश ने 16 जनवरी को कहा था कि अगर 30 जनवरी तक मंजूरी नहीं मिलती है तो सक्षम प्राधिकारी सुनवाई की अगली तारीख तक हलफनामा देंगे। सीबीआई ने 26 नवंबर को अदालत में बताया था कि मामले में 30 आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए संबंधित अधिकारियों से मंजूरी मिल गयी है, लेकिन महाजन के खिलाफ मंजूरी का अब भी इंतजार है।