गुवाहाटी: असम में मौजूदा बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति को देखते हुए असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने अतिरिक्त संसाधनों से राहत सेवाओं को और तेज कर दिया है। राज्य के गंभीर रूप से प्रभावित जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान सात लोगों की बाढ़ के चलते मौत हुई है। गत 06 अप्रैल से 21 जून तक कुल 88 लोगों की बाढ़ एवं भूस्खलन के चलते मौत हो चुकी है।
एएसडीएमए के तथ्यों के अनुसार राज्य में जारी बाढ़ और भूस्खलन से पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ से राज्य के 32 जिलों के 5577 गांवों की कुल 5542053 आबादी प्रभावित हुई है। पिछले 24 घंटों में बाढ़ से कुल 108306.18 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुई है। पिछले 24 घंटों में 7 लोगों की जान चली गई। राज्य में दो बार आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते अब तक, कुल 88 लोगों की मौत हो चुके है। सभी प्रभावित क्षेत्रों में 862 राहत शिविर और 825 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। इन राहत शिविरों में कुल 262155 प्रभावित लोग रह रहे हैं। लगातार बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति पर प्रशासन की ओर से कड़ी नजर रखी जा रही है।
असम के सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ बाढ़ की तैयारियों और प्रतिक्रिया पर एएसडीएमए के सम्मेलन हॉल में अतिरिक्त मुख्य सचिव सैयदीन अब्बासी की अध्यक्षता में शनिवार को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजित गई जिसमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा और सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री के निर्देशों की जानकारी देते हुए सिन्हा ने कहा है कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में पर्याप्त खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए और राहत कार्यों से किसी भी प्रकार से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। सभी उपायुक्तों को कार्मिक विभाग, असम सरकार को राहत कार्य के लिए अतिरिक्त मानव संसाधनों के लिए अनुरोध करना चाहिए। जल संसाधन विभाग द्वारा सभी कमजोर तटबंधों की पहचान की जानी है और बाढ़ के पानी के घटने के तुरंत बाद अस्थायी रूप से बंद करने का कार्य किया जाना है।
राज्य सरकार कनेक्टिंग सड़कों में भूस्खलन की वर्तमान स्थिति को देखते हुए बराक घाटी जिलों में ईंधन और आवश्यक खाद्य पदार्थों के स्टॉक की उपलब्धता की निगरानी कर रही है। सभी उपायुक्तों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी के लिए कड़े कदम उठाने को कहा गया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं (एफ एंड ईएस), पुलिस बलों, एएसडीएमए के आपदा मित्र स्वयंसेवकों के साथ सभी आवश्यक उपकरणों के साथ ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) कर्मियों की 16 टीमें जिला प्रशासन की मदद कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है।