कानपुर: यूपी के कानपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आई है. रविवार की देर शाम कुएं में गिरी भैंस को निकालने के लिए दो सगे भाइयों समेत चार उतरे थे। कुएं के अंदर जहरीली गैस के जाने से दो सगे भाइयों समेत तीन की मौत हो गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से चारों को बाहर निकाला। पुलिस, फायर ब्रिगेड और प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों का आरोप है कि अगर पुलिस और दमकल की टीम जल्दी आ जाती तो तीन मौतें नहीं होतीं. वहीं पुलिस ने ग्रामीणों को शांत कराया और तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
बिलहौर थाना क्षेत्र के गौरी गांव में रहने वाली मेवालालाल की भैंस शाम करीब सात बजे कुएं में गिर गई. मेवलाल के भाई रामकुमार के बेटे शैलेंद्र (20) और योगेश (22) ने भैंस को कुएं से बाहर निकालने की कोशिश शुरू कर दी। शैलेंद्र और योगेश ने अपनी कमर में रस्सी बांध दी और कुएं में उतर गए। बहुत देर तक दोनों भाई नहीं लौटे, और न ही उनकी आवाज सुनी गई। किसी अनहोनी की आशंका से पड़ोस में रहने वाले प्रदीप और राम बहादुर भी कुएं में गिर पड़े और बेहोश हो गए।
दो सगे भाइयों समेत चार लोग जब कुएं के अंदर से नहीं लौटे तो गांव में हड़कंप मच गया। जब चारों लोग नहीं लौटे तो ग्रामीणों के हौसले पस्त हो गए। कोई कुएं के नीचे जाने की तैयारी कर रहा था। सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने मशाल लेकर गुड्डू को रस्सी के सहारे आधे कुएं में उतारा। गुड्डू ने देखा कि चारों कुएं के अंदर बेहोश पड़े हैं। उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर ग्रामीणों ने गुड्डू को ऊपर की ओर खींच लिया। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस व दमकल विभाग को दी।
पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से चारों को बाहर निकालकर सीएचसी भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद चारों को हैलट रेफर कर दिया। हैलट में इलाज के दौरान दो सगे भाई शैलेंद्र, योगेश और पड़ोसी प्रदीप की मौत हो गई। वहीं, राम बहादुर की हालत नाजुक बनी हुई है। तीन की मौत से गांव गौरी में मातम का माहौल है।