कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अपन भाषणों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। देश एक वर्ग उनके भाषणों का उपहास उड़ाता हैं तो सियासी प्रतिद्वंदी उनके बयानों को राष्ट्र और बहुसंख्यक विरोधी करार देते हैं। हालांकि ऐसा हमेशा नहीं होता। राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के बाद काफी परिपक्व हुए हैं। उनके भाषणों में भी यह बातें झलकती हैं। फिर चाहे वह इस यात्रा के अंत में कश्मीर में दिए गए उनके भाषण हो या फिर रायपुर अधिवेशन में दिया गया सम्बोधन। उन्होंने देश के साथ अपनी पार्टी की राजनीतिक दशा-दिशा तय करने पर विस्तार से बातें कही। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार की उन दुखती रगों पर हाथ रखा जो भाजपा के लिए हमेशा से चुनौती बनी हुई हैं। यानी अडानी का मुद्दा। लेकिन कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए बयान में उन्होंने चीन की नीतियों की तारीफ की और कश्मीर को तथाकथित हिंसक जगह बताया। तो आखिर उनके इस बयान के क्या मामले निकाले जाए?
क्या कांग्रेस इस तरह से खुद के लिए मुश्किलें खड़ी कर ली हैं या फिर इसमें भी किसी तरह का राजनीतिक फायदा छिपा हैं?कैम्ब्रिज के सम्बोधन में उन्होंने चीन की रणनीति का जिक्र किया है, उसके द्वारा किए गए विकास की बात की है और पश्चिमी देशों की विचारधारा पर भी विस्तार से बताया है। राहुल गांधी ने कहा कि आप चीन में जिस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर देखते हो, रेलवे, एयरपोर्ट देखते हो, ये सबकुछ प्रकृति से जुड़ा हुआ है, नदी की ताकत है। चीन प्रकृति के साथ मजबूती से जुड़ा हुआ है। वहीं बात जब अमेरिका की आती है, वो खुद को प्रकृति से बड़ा मानता है। यही बताने के लिए काफी है कि चीन शांति में कितना ज्यादा दिलचस्पी रखता है। इसके अलावा राहुल ने चीन को लेकर ये भी कहा कि वहां पर सरकार एक कॉरपोरेशन की तरह काम करती है। उस वजह से हर जानकारी पर सरकार की पूरी पकड़ रहती है। उनके मुताबिक इस समय भारत और अमेरिका में ऐसी स्थिति नहीं है। राहुल ये भी मानते हैं कि इसी वजह से चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में इतना आगे बढ़ गया है।
जब तहसीलदार ने की परीक्षा केंद्र में छापेमारी, दो नकलची छात्राएं पकड़ाई, देखते ही देखते 8-10 छात्राएं बेहोशराहुल ने अपने संबोधन के दौरान पुलवामा हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर को ‘तथाकथित हिंसक जगह’ बता दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि कश्मीर इंसर्जेंसी प्रोन स्टेट है और तथाकथित हिंसक जगह। मैं उस जगह भी गया था जहां हमारे 40 जवानों को मार दिया गया था। वैसे कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल के दिए कई दूसरे बयान भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनकी तरफ से पेगासस को लेकर एक बयान दिया गया था।राहुल ने कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। मेरे फोन में भी पेगासस था। मुझे अधिकारियों ने सलाह दी थी कि मैं फोन पर सावधानी से बात करूं। क्योंकि फोन की रिकॉर्डिंग की जा रही है। भारत में लोकतंत्र खतरे में है। हम लोग एक निरंतर दबाव महसूस कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं पर केस किए जा रहे हैं। मेरे ऊपर कई केस किए गए।
ऐसे मामलों में केस किए गए, जो बनते ही नहीं। हम अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।राहुल ने अपने बयान के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा था। उन्होंने जोर देकर कहा था कि पीएम द्वारा भारत के विचार को नष्ट किया जा रहा है। वे एक ही विचार को देश पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने दावा कर दिया कि पीएम कुछ लोगों को सेकेंड क्लास सिटीजन मानते हैं।