करौली: राजस्थान (Rajasthan) के करौली (Karauli) में एक दलित किशोरी (Dalit Kishori) की निर्मम तरीके से हत्या करने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक गुंडों ने पहले युवती को उसके घर से उठा ले गए। फिर उसके साथ गैंगरेप किया, जिसकी बाद उसकी हत्या कर कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने किशोरी का शव बरामद कर लिया है। वहीं किशोरी के लिए न्याय की मांग कर रहे लोग धरने पर बैठे हैं।
शव कुएं से बरामद
करौली में एक दलित किशोरी का शव कुएं से बरामद हुआ है। किशोरी के साथ रेप के बाद हत्या करने इसके बाद कुएं में फेंके जाने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से किशोरी का शव कुएं से बाहर निकाला और पहचान के लिए नजदीकी सीएचसी ले गए। जहां किशोरी की पहचान हो सकी।
गैंगरेप के बाद किशोरी के ऊपर फेंका तेजाब
जानकारी के मुताबिक किशोरी दो दिन से लापता थी, जिसके बाद उसका शव गुरूवार को एक कुएं में पानी में उतराया दिखा। जानकारी के मुताबिक किशोरी को उसके घर से अपहरण किया गया। इसके बाद उसके साथ गैंगरेप हुआ और फिर उसे गोली मार दी। इसके बाद भी जब किशोरी नहीं मरी तो गुंडों ने उसके ऊपर तेजाब डालकर उसे कुएं में फेंक दिया गया।
गैंगरेप किया,गोली मारी,मरी नहीं तो एसिड डाला
राज्य सभा सांसद और राजस्थान के पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. किरोड़ी लाल मीना ने इस घटना पर दुख जताया है और किशोरी के लिए न्याय की मांग की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टोडाभीम में गुंडों ने दलित बेटी को तड़के सुबह घर से उठाया फिर गैंगरेप किया,गोली मारी,मरी नहीं तो एसिड डाला और फिर कुएं में फेंका। क्रूरता की इंतहा पार करने वाले दरिंदगों को पुलिस शीघ्र गिरफ्तार करे और सरकार कड़ी सजा सुनिश्चित करे।न्याय के लिए परिजनों के साथ हिंडौन में हूं।
पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली यह निंदनीय घटना
मामले में बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने दुख जताया है और सरकार को भी घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के करौली में दलित बेटी के साथ पहले दुष्कर्म होता है, फिर गोली मारकर तेजाब से जलाया जाता है और फिर उस मासूम बेटी की मृत शरीर को कुएं में फेंक दिया जाता है! पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली यह निंदनीय घटना कांग्रेस शासित राजस्थान का है इसलिए… लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी गायब हो गईं हैं और मोहब्बत की तथाकथित दुकान चलाने वाले दुकानदार राहुल गांधी ने भी अपनी दुकान बंद कर दी है।
राजस्थान में लगातार आपराधिक घटनाओं बढ़ रहीं है, कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार की पराकाष्ठा पार हो चुकी है। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री को राजस्थान की कोई चिंता नहीं है, उन्हें सिर्फ व सिर्फ 10 जनपथ और अपनी कुर्सी की ही चिंता है। आज पूरा राजस्थान दलित बेटी के साथ हुए जघन्य अपराध और उसकी हत्या के विरुद्ध आक्रोशित है, न्याय की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार मामले को दबाने में लगी है, क्यूंकि यह अत्याचार दलित बेटी के साथ हुआ है। लड़की थी, नहीं लड़ पाई! क्यूंकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है।