आधार कार्ड न होने पर गर्भवती महिला को अस्पताल ने नही किया भर्ती, घर में जुडवां बच्चों को जन्म देते समय मौत
बेंगलुरु: तमिलनाडु की एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा शुरू होने के बावजूद यहां एक अस्पताल ने कथित तौर पर भर्ती करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उसके जुड़वां नवजात बच्चों और उसकी मौत हो गई। महिला के पड़ोसियों ने यह जानकारी दी। इस मामले में एक डॉक्टर और तीन नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है।
घटना तुमकुरू जिले की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, महिला के पास कथित तौर पर आधार या मातृत्व कार्ड न होने के कारण अस्पताल प्रशासन से उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया, जिससे प्रसव के दौरान महिला व उसके दो नवजातों की मौत हो गई।
महिला के पड़ोसियों ने बताया कि मृतक महिला का नाम कस्तूरी था। वह भारती नगर स्थित एक घर में एक अन्य लड़की के साथ रह रही थी। महिला का पति कहीं और रहता था। बताया गया कि बुधवार शाम महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो पड़ोसी उसे एक ऑटोरिक्शा से तुमकुरू जिला अस्पताल ले गए। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने आधार व मातृत्व कार्ड न होने पर महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया और उसे वापस घर भेज दिया।
पड़ोसियों ने बताया, घर लौटने के बाद कस्तूरी की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया। हालांकि, दूसरे बच्चे को जन्म देते समय उसकी मौत हो गई। महिला की मौत के कुछ देर बाद उसके पहले बच्चे की भी मौत हो गई। पड़ोसियों ने बताया, कस्तूरी की एक छह साल की बेटी भी है। स्थानीय लोग इस मामले की शिकायत के लेकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी (DHO) के पास पहुंचे, जिन्होंने दोषी डॉक्टर्स के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेने की मांग की। DHO मंजुनाथ ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मामले से जुड़े डॉक्टर और स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है।