विधानसभा चुनाव में इस बार महिला मतदाताओं के लिए नई पहल का गवाह भी बनेगा। पहले चरण में 138 महिला बूथ (पिंक बूथ) भी होंगे। ऐसे मतदान केंद्र जहां सिर्फ महिला कर्मचारियों की ड्यूटी होगी और महिलाएं ही मतदान करेंगी। इन महिला बूथों की सुरक्षा का जिम्मा भी आधी आबादी के ही कांधे पर होगा। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुलिस ने पहले चरण के चुनाव के लिए महिला बूथ की स्थापना की तैयारियां पूरी कर ली हैं। इन बूथों पर 59 महिला निरीक्षकों के अलावा 260 से अधिक महिला मुख्य आरक्षी व आरक्षी तैनात होंगी।
महिला होमगार्ड भी सुरक्षा की कमान संभाले नजर आएंगी।पहले चरण के मतदान के लिए सबसे अधिक अलीगढ़ में 35 महिला बूथ व गौतमबुद्धनगर में 25 महिला बूथ होंगे। इसके अलावा आगरा में 23, बुलंदशहर में सात, बागपत में पांच, गाजियाबाद में 12, हापुड़ में 10, मथुरा में पांच, मेरठ में सात व मुजफ्फरनगर में छह महिला बूथ होंगे। साथ ही शामली में भी तीन बूथ प्रस्तावित हैं, जिन्हें चिन्हित किया जा रहा है।
गाजियाबाद में सभी महिला बूथों पर दो-दो अतिरिक्त महिला होमगार्ड तैनात किये जाने की भी तैयारी है। गौतमबुद्धनगर व गाजियाबाद के सभी महिला बूथ पर महिला निरीक्षक तैनात रहेंगी।चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव के सभी सातों चरणों में महिला बूथ स्थापित किये जाने का निर्देश दिया था।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि महिला बूथ के भीतर सभी कर्मचारी व सुरक्षा कर्मी महिलाएं ही होंगी। इससे इन बूथों पर महिलाएं बिना किसी हिचक के जाकर मतदान कर सकें। इस कदम से महिलाओं का मनोबल भी बढ़ेगा।
एडीजी का कहना है कि निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी मतदान केंद्रों के बाहर केंद्रीय पुलिस बल व पीएसी के जवान भी मुस्तैद रहेंगे। विधानसभा चुनाव में 15.02 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 6.98 करोड़ से अधिक महिला मतदाता शामिल हैं।
रिपोर्ट :- शिवी अग्रवाल