गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोप्रेम और गोसेवा के लिए भी विख्यात हैं। गोवंश के प्रति उनके स्नेह का असर यह कि उनकी एक आवाज पर गोरखनाथ मंदिर की गोशाला के गोवंश दौड़े चले आते हैं। गोवंश के बीच अपना बाल्यकाल बिताने वाले भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव जन्माष्टमी के दिन सीएम योगी और गोवंश के बीच पारस्परिक स्नेहिल संबंध दर्शनीय और अभिभूत कर देने वाला था। शुक्रवार सुबहमंदिर की गोशाला में जैसे ही योगी ने आवाज दी, नंदी व बछड़े झूमते हुए उनके पास आ गए। योगी ने अपने हाथों से उन्हें गुड़-चना खिलाकर दुलार किया।
शुक्रवार सुबह बलिया में आयोजित बलिदान दिवस समारोह में शामिल होने के लिए गोरखनाथ मंदिर से रवाना होने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोशाला में गोसेवा की। सीएम योगी आदित्यनाथ जब गोशाला पहुंचे उन्हें देख और उनकी आवाज सुन बछड़े, नंदी और गाएं दौड़ती हुई उनके नजदीक चली आईं। इस दौरान कुछ गोवंश रंभाते हुए उन्हें अपने पास बुलाने लगे। सीएम योगी भी उनका स्नेह देख निहाल हो गए। बरबस बोल पड़े, ‘अरे अरे देखो-देखो कैसे कैसे दौड़ते आ गए।’ मुख्यमंत्री करीब 15 मिनट तक गोशाला में रहे। उन्होंने पूरी गोशाला का भ्रमण भी किया। उल्लेखनीय है कि बता दें कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के सभी गोआश्रय स्थल, कान्हा उपवन एवं वृहद गोशालाओं में विशेष आयोजन किए गए हैं। गोरखपुर की 35 गोशलाओं में 6000 के करीब निराश्रित गोवंश की जन्माष्टमी पर विशेष सेवा की गई।