नई दिल्ली. दिल्ली में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. करीब 6 महीने बाद पहली बार संक्रमित मरीजों की संख्या 300 के पार पहुंच गई है. बुधवार को जारी हुए आंकड़ों को मुताबिक पिछले 24 घंटे में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 से 2 लोगों की मौत हुई है और संक्रमण दर 13.89 फीसदी है. कोरोना के ये 300 नए मामले सामने आने के बाद शहर में एक्टिव केस की संख्या करीब 900 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दौरान 2160 टेस्ट किए गए थे. कोरोना की बेकाबू रफ्तार के बीच दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आपात बैठक बुलाई है.
इस सिलसिले में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को परखने और दिल्ली में मौजूद सभी अस्पतालों की तैयारी को परखने के लिए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज आज दोपहर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों और विशेषज्ञ डॉक्टर्स के साथ महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी, डायरेक्टर जेनरल हेल्थ सर्विसेज़, ऑक्सीजन और टेस्टिंग के नोडल ऑफ़िसर और एलएनजेपी सहित कई अस्पतालों के मेडिकल डायरेक्टर भी मौजूद रहेंगे.
पिछले कुछ दिनों से लगातार नए कोरोना मरीज मिलने की तादाद में अप्रत्याशित रूप से इजाफा हो रहा है. इससे चिंता बढ़ गई है. वहीं इस खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार भी एक्शन में आ चुकी है. इससे पहले दिल्ली सरकार ने कहा था कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण दर में बढ़ोतरी की तुलना पिछली लहर से नहीं कर सकते. स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि केंद्र की एडवाइज़री में छह राज्यों का ज़िक्र है लेकिन दिल्ली नहीं है. चूंकि जब-जब कोरोना के ट्रेंड आते हैं, दिल्ली में केस बढ़ जाते हैं. अस्पतालों और हेल्थ सेंटर में एडवाइज़री भेजी जा चुकी है. हमनें अस्पतालों को ऑक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर आदि को पूरी तरह से ऑप्रेशनल रखने के निर्देश दिए हैं.