नई दिल्ली: मुंबई हमले के साजिशकर्ता आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित करने के बाद NIA की खास सेल में रखा जा रहा है। यहां उसकी सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। कोर्ट ने राणा को NIA की पूछताछ के लिए 18 दिन की रिमांड पर भेजा है। इस दौरान सेल के अंदर भी उसकी लगातार सीसीटीवी के जरिए और मैन्यूवली निगरानी की जा रही है। राणा पर आत्महत्या के प्रयास को लेकर पैनी नजर रखी जा रही है।
मुंबई हमले के मुख्य साजिशकर्ता राणा को एनआईए बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद एक सेल में कई लेयर सिक्योरिटी इंतजाम के तहत रखा गया है। उसके कमरे में केवल 12 एनआईए अधिकारियों को ही एंट्री की परमीशन दी गई है जिनके नाम पहले ही तय किए गए थे। अन्य कोई भी अफसर राणा की सेल में नहीं जा सकता है।
सुसाइड के प्रयास को लेकर राणा पर 24 घंटे पैनी नजर
तहव्वुर राणा को एनआईए की सेल में रखा गया है, लेकिन इसके बाद भी टीम को सुसाइड के प्रयास की आशंका है। ऐसे में उस पर सेल में भी 24 घंटे मैन्यूअली नजर रखी जा रही है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे के जरिए भी राणा पर सेल के अंदर दिन-रात नजर रखी जा रही है। इसके अलावा राणा को केवल सॉफ्ट टिप पेन का इस्तेमाल करने की ही परमीशन दी गई है।
बिना NIA अफसरों की परमीशन वकील भी नहीं मिल सकता
26/11 के आतंकी राणा को जिस सेल में रखा गया है वहां पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता। NIA के 12 अफसरों के सिवाय कोई भी बड़े से बड़ा अधिकारी हो राणा से नहीं मिल सकता है। यहां तक कि यदि उसे अपने वकील से मिलना है तो वह भी NIA अधिकारियों की मौजूदगी में ही मिलेगा। अकेले में वकील से भी वह कुछ बात नहीं कर सकता है।
सेल में ही दी गई सभा जरूरत की चीजें
राणा को बुनियादी जरूरतों का सभी सामान भोजन, पीने का पानी, दवाएं आदि उसे अंदर ही पहुंचाई जा रही है। मुख्यालय के कड़े सुरक्षा इंतजाम के तहत किले में तब्दील कर दिया गया है। अतिरिक्त दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को यहां तैनात किया गया है। हालांकि बिना आदेश वह भी राणा के कमरे में नहीं जा सकते हैं।