पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के लिए हेलीपोर्ट के संचालन पर तेजी कार्यवाही: जयवीर सिंह
लखनऊ: विपुल पर्यटन-सम्पदाओं एवं असीम पर्यटन सम्भावनाओं से परिपूर्ण उत्तर प्रदेश में पयर्टन उद्योग के बहुआयामी महत्व को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलांे/आकर्षणों और पर्यटन सम्भावानाओं के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही पर्यटकों के सुविधार्थ अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का सृजन किया जा रहा है।
यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में माननीय योगी जी की सरकार आने के बाद प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के मामले में पूरी तैयारी करके पर्यटकों के अनुकूल विभिन्न सेक्टरांे पर कार्य किया गया। इसके तहत कानून व्यवस्था सुधारने पर विशेष जोर दिया गया साथ ही पर्यटकों को कम समय में पसंददीदा पर्यटन स्थलों तक पहुँचने के लिए सड़क, रेल तथा एयर कनेक्टिविटी का विस्तार किया गया। इसके अलावा पर्यटन स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ ही हास्पिटेलिटी सेक्टर की सहभागिता सुनिश्चित की गई। इसके वजह से प्रदेश कोरोना काल खण्ड के बाद उत्तर प्रदेश पर्यटकों का मनपसंद डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है।
जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में हेलीपोर्ट के बढ़ते महत्व को देखते हुए प्रदेश के सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थलों जैसे वाराणसी, मथुरा, प्रयागराज, लखनऊ एवं आगरा में हेलीपोर्ट के निर्माण की कार्यवाही पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही है। इसके अलावा जनपद आगरा एवं मथुरा स्थित हेलीपोर्ट को पी0पी0पी0 मोड पर निजी निवेशकों के माध्यम से संचालित कराये जाने के लिए लीज पर दिये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
इसके अतिरिक्त लखनऊ से वाराणसी के लिए सीधी वायुसेवा शुरू करने के लिए केन्द्रीय उड्डयन मंत्रालय से अनुरोध किया गया है। जिस पर केन्द्रिय उड्डयन मंत्री ने सीधी उड़ान के लिए शीघ्र अनुमति दिये जाने का भरोसा दिया है। उन्होंने यह बताया कि पर्यटन के क्षेत्र में निवेशकों की रूचि को देखते हुए उत्तर प्रदेश पर्यटन हब का रूप ले रहा है।