औषधीय गुणों का समावेश तुलसी के पौधे में होता है हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र माना जाता है और पूजन भी किया जाता है। हिन्दू धर्म में हर घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगा होता है। मान्यता है की तुलसी में रविवार और बुधवार का दिन छोड़ कर जल चढ़ाया जाता है, ऐसा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है। तथा सृमद्धि रहती है और तुलसी में माँ लक्ष्मी का वास माना जाता है, तुलसी दो प्रकार की होती है एक रामा तुलसी और श्यामा तुलसी, आइए जानते है दोनों में क्या अंतर होता है।
रामा तुलसी का रंग खिला और हरा होता है, रामा तुलसी के स्वाद की बात की जाए तो खाने पर यह मीठी लगती होती है। इसे मूलतः श्री तुलसी, भाग्यशाली तुलसी और उज्जवल तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। श्यामा तुलसी का रंग हल्का बैगनी होता है और इसका स्वाद रामा तुलसी से कम मीठा होता है।
हिन्दू धर्म में रामा और श्यामा तुलसी दोनों को ही घर में लगाया जाता है। लेकिन ज्योतिष के अनुसार रामा तुलसी को ही घर में लगाना चाहिए, रामा तुलसी का हिन्दू धर्म में पूजा पाठ का अधिक स्थान बताया गया है। श्यामा तुलसी का उपयोग अधिकतर औषधि के लिए किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार तुलसी लगाने के लिए गुरुवार, शुक्रवार, शनिवार का दिन शुभ माना गया है। गुरुवार तुलसी लगाने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा बरसती है, वहीं शनिवार को तुलसी का पौधा लगाने से धन से संबंधित परेशानियां दूर होती है, एकादशी, रविवार, सोमवार, बुधवार और ग्रहण के दिन तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है, साथ ही इन दिनों में तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ना चाहिए।