नई दिल्ली: श्रीलंका इस समय सबसे खराब स्थिति का सामना कर रहा है. देश में आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो गई है. तेल, दवा, अनाज सहित आवश्यक वस्तुओं का अकाल पड़ गया है। पूरे देश में महंगाई चरम पर है। भारत अपने इतिहास के सबसे गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के लोगों की मदद के लिए लगातार कदम उठा रहा है। इसके तहत भारत से एक जहाज रविवार (22 मई 2022) को तत्काल राहत सामग्री जैसे चावल, जीवन रक्षक दवाएं और मिल्क पाउडर लेकर श्रीलंका पहुंचा। खेप द्वीप देश की सरकार को सौंप दी गई है।
भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने यह खेप पड़ोसी देश के विदेश मंत्री जीएल पेइरिस को सौंपी। इसमें 9000 मीट्रिक टन चावल, 50 मीट्रिक टन दूध पाउडर और 25 मीट्रिक टन से अधिक दवाएं और अन्य चिकित्सा आपूर्ति शामिल थी। परेशान देश के नए पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने भी एक ट्वीट कर भारत को इस अहम मदद के लिए धन्यवाद दिया है. विक्रमसिंघे ने ट्वीट किया कि, ‘श्रीलंका को आज भारत से दो अरब (200 करोड़ रुपये) की मानवीय सहायता मिली। इसमें दूध पाउडर, चावल और दवाएं शामिल हैं। हम इस सहयोग के लिए तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और भारत के लोगों के बहुत आभारी हैं। मैं मदद के लिए श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग को भी धन्यवाद देना चाहता हूं।’
बता दें कि इससे पहले शनिवार (21 मई 2022) को भारत ने ईंधन की कमी को कम करने के लिए 40,000 मीट्रिक टन डीजल की एक और खेप श्रीलंका भेजी थी। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर हैंडल के जरिए इस खबर की जानकारी दी थी।