भारत ने हथियार बनाने में पकड़ी रफ्तार, 100 से अधिक देशों में जा रहे भारतीय शस्त्र; निर्यात 12% बढ़कर 21,083 करोड़ पार

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नई दिल्ली: भारत ने रक्षा उत्पादन और निर्यात में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। रक्षा मंत्रालय की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में देश का रक्षा उत्पादन 23,622 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जिसमें 12.04% की वृद्धि दर्ज की गई है। मेक इन इंडिया अभियान के तहत भारत 100 से अधिक देशों को हथियार और रक्षा उपकरण निर्यात कर रहा है। पिछले एक दशक में रक्षा निर्यात में 30 गुना की वृद्धि हुई है, जो भारत को वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ने वित्त वर्ष 2024-25 में अपने निर्यात में 42.85 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। भारत अब वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र बनने के लिए 2029 तक रक्षा उत्पादन में 3 लाख करोड़ रुपये का टारगेट लेकर चल रहा है। साथ ही इसका लक्ष्य 2029 तक रक्षा निर्यात को 50 हजार करोड़ रुपये तक बढ़ाना है। अब 65% से अधिक रक्षा उपकरणों का निर्माण देश में ही हो रहा है।

तेजी से बढ़ रहा रक्षा उद्योग
भारत अब 65% रक्षा उपकरणों का निर्माण देश में ही कर रहा है। इसमें धनुष आर्टिलरी गन सिस्टम, अर्जुन टैंक, तेजस विमान, आकाश मिसाइल सिस्टम और विभिन्न नेवल एसेट्स शामिल हैं। पहले 65-70% रक्षा उपकरण विदेशों से आयात किए जाते थे, लेकिन अब देश का रक्षा औद्योगिक आधार मजबूत हो गया है। इसमें 16 डीपीएसयू, 430 से अधिक लाइसेंस प्राप्त कंपनियां और करीब 16,000 MSMEs शामिल हैं।

निजी क्षेत्र की बड़ी भागीदारी
रक्षा उद्योग में निजी क्षेत्र का योगदान लगातार बढ़ रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में निजी क्षेत्र ने 15,233 करोड़ रुपये के रक्षा उत्पादों का निर्यात किया। कुल रक्षा उत्पादन में निजी क्षेत्र की हिस्सेदारी 21% तक पहुंच चुकी है। भारत का एक्सपोर्ट पोर्टफोलियो बुलेटप्रूफ जैकेट, चेतक हेलीकॉप्टर, तेज इंटरसेप्टर बोट और हल्के टॉरपीडो जैसे महत्वपूर्ण रक्षा उपकरणों से भरा हुआ है।

2029 तक 50,000 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात लक्ष्य
भारत 2029 तक रक्षा निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। ‘iDEX’ जैसी योजनाओं के तहत रक्षा नवाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके लिए 449.62 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

अमेरिका, फ्रांस और आर्मेनिया जैसे देश भारत के प्रमुख रक्षा खरीदार बनकर उभरे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे देश वैश्विक रक्षा निर्यातकों की सूची में मजबूत स्थान बना रहा है।

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