नई दिल्ली. बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सोमवार को 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर ‘हाई अलर्ट’ जारी कर दिया है। बीएसएफ के कार्यवाहक महानिदेशक (डीजी) दलजीत सिंह चौधरी और अन्य वरिष्ठ कमांडर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए कोलकाता पहुंच गए हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “बीएसएफ ने अपने सभी ‘फील्ड कमांडर’ को निर्देश दिया है कि वह सभी कर्मियों को सीमा पर ड्यूटी पर तुरंत तैनात करें। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में व्यापक स्तर पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पिछले कुछ हफ्तों के दौरान इस पड़ोसी देश से लगी सीमा पर तैनात सभी कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं और अब सभी यूनिट को ‘पूरी तरह सतर्क रहने’ के लिए कहा गया है।
बीएसएफ देश की पूर्वी सीमा पर भारतीय सरहद की रक्षा करता है। देश की पूर्वी सीमा को पांच राज्य साझा करते हैं। पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश के साथ कुल 2,217 किलोमीटर की सीमा साझा करता है, इसके अलावा त्रिपुरा (856 किमी), मेघालय (443 किमी), असम (262 किमी) और मिजोरम (318 किमी) सीमा साझा करते हैं। गौरतलब है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर चली गई हैं। इसी बीच बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने देश की जिम्मेदारी संभालने की घोषणा कर दी है।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में भारत-बांग्लादेश सीमा पर फुलबारी में एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) पर बांग्लादेशी नागरिकों को अपने देश में प्रवेश करते देखा जा सकता है। एक बांग्लादेशी नागरिक ने अपने देश की मौजूदा स्थिति पर कहा, “उसने छात्रों पर बहुत अत्याचार किए। देखते हैं अब क्या होता है। अगली सरकार को छात्रों के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए।” वहीं, एक अन्य बांग्लादेशी नागरिक ने कहा, “हमने सुना है कि शेख हसीना देश छोड़कर चली गई हैं। देश की स्थिति खराब है। हम शांति चाहते हैं।”