नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में स्पिन गेंदबाजों की मददगार पिचों पर खेलने का दांव उलटा पड़ने से बचने के लिए भारतीय बल्लेबाजों ने मंगलवार को दो पालियों में ऐसे गेंदबाजों के खिलाफ नेट अभ्यास में जमकर पसीना बहाया। ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के स्पिनर स्टीव ओ’कीफ ने छह साल पहले पुणे (Pune) में स्पिनरों की मददगार पिच पर 12 विकेट झटक कर भारत को परेशान किया था।
इसी सीरीज के अगले मैच में नाथन लियोन की ऑफ स्पिन ने भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया था। भारतीय टीम ने मंगलवार को नेट सत्र में नौ स्पिनरों के खिलाफ अभ्यास किया। इसमें चार स्पिनर 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा है, जबकि पांच भारत की ‘ए’ और घरेलू टीमों से जुड़े खिलाड़ी हैं।
रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव पांच दिनों के मैच के लिए अपनी ऊर्जा बचाते दिखे तो वही ऑफ स्पिनर पुलकित नारंग और जयंत यादव के साथ-साथ लेग स्पिनर राहुल चाहर और वामहस्त रविश्रीनिवासन साई किशोर और सौरभ कुमार ने भारतीय बल्लेबाजों को अभ्यास कराया।
घरेलू क्रिकेट में ऑफ स्पिन के अच्छे गेंदबाजों की कमी यहां साफ देखी जा सकती थी। नारंग और भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके जयंत मौजूदा घरेलू सत्र में शीर्ष 10 विकेट लेने गेंदबाजों की सूची में भी नहीं है। जलज सक्सेना को यहां भी उपेक्षा झेलनी पड़ी, जबकि जयंत की उपस्थिति यह दर्शाती है कि भारतीय बल्लेबाज लियोन के खतरे से वाकिफ है।
भारतीय उपकप्तान लोकेश राहुल ने टीम की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ”जाहिर है हमने स्पिन को खेलने पर प्रमुखता से काम किया है। हम जानते हैं कि यहां भारत में पिचें कैसी होंगी और उससे क्या उम्मीद की जाये। इसे ध्यान में रखते हुए हमने स्पिन खेलने का अभ्यास किया।” शुभमन गिल और विराट कोहली अभ्यास सत्र में स्वीप शॉट खेलते हुए दिखे तो वहीं चेतेश्वर पुजारा ऑफ स्पिन के प्रभाव को कम करने के लिए क्रीज से काफी आगे निकल कर बल्लेबाजी कर रहे थे।
राहुल ने कहा, ”प्रत्येक खिलाड़ी की अपनी व्यक्तिगत योजनाएं होती हैं। हर कोई एक निश्चित तरीके से खेलना चाहता है। हर किसी का अपना एक तरीका होता है, जिस पर कोच के साथ चर्चा की गई है। हमने स्पिन को बेहतर तरीके से खेलने की कोशिश करने के प्रयास में एक बल्लेबाजी समूह के रूप में इस पर चर्चा की है।”
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अभ्यास सत्र में गिल के साथ काफी समय बिताया। कोच ने इस दौरान इस युवा खिलाड़ी को स्वीप शॉट के दौरान गेंद को नीचे रखने के तरीके बताये। गिल को इसके बाद क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप की देखरेख में फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर कैच का अभ्यास करते हुए देखा गया।
भारत की अंतिम एकादश को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन गिल के शानदार लय को देखते हुए उन्हें मौका मिलने की संभावना ज्यादा है। स्पिनरों की मददगार पिचों पर गेंद पहले दिन से ही काफी टर्न करेगी और ऐसे में टीम में बेहतर विकेटकीपर की जरूरत होगी। इस मामले में कोना भरत का दावा इशान किशन के मुकाबले मजबूत है।