नवी मुंबई. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को यहां रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया को सुपर ओवर में हराकर पांच मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली। भारत ने इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के पिछले 16 टी20 मैच के विजयी अभियान पर भी रोक लगा दी। ऑस्ट्रेलिया की 2022 में किसी भी प्रारूप में यह पहली हार है।
ऑस्ट्रेलिया के 188 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने स्मृति मंधाना (79) के अर्धशतक और शेफाली वर्मा (34) के साथ उनकी पहले विकेट की 76 तथा कप्तान हरमनप्रीत कौर (21) के साथ तीसरे विकेट की 61 रन की साझेदारी से पांच विकेट पर 187 रन बनाए। रिचा घोष (13 गेंद में नाबाद 26 रन, तीन छक्के) और देविका वैद्य (पांच गेंद में नाबाद 11 रन, दो चौके) ने अंत में मैच टाई कराने में अहम भूमिका निभाई।ऑस्ट्रेलिया की ओर से पदार्पण कर रही हीथर ग्राहम ने 22 रन देकर तीन विकेट चटकाए। ऑस्ट्रेलिया ने सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी (नाबाद 82) और ताहलिया मैकग्रा (नाबाद 70) के अर्धशतक तथा दोनों के बीच दूसरे विकेट की 158 रन की रिकॉर्ड शतकीय साझेदारी से एक विकेट पर 187 रन बनाए।
मूनी ने 54 गेंद का सामना करते हुए 13 चौके जड़े जबकि ताहलिया ने 51 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का मारा। भारत ने इतिहास के अपने पहले सुपर ओवर में रिचा और स्मृति के साथ आगाज किया। रिचा ने हीथर के पहली गेंद पर छक्का जड़ा लेकिन अगली गेंद को हवा में लहराकर उन्हीं को कैच दे बैठीं। स्मृति ने चौथी गेंद पर चौका और फिर अगली गेंद पर छक्का मारा। अंतिम गेंद पर तीन रन से भारत ने 20 रन बनाए।
भारत ने गेंदबाजी के लिए रेणुका सिंह को चुना। ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान एलिसा हीली और एशलेग गार्डनर को उतारा। हीली ने पहली गेंद चौका मारा लेकिन अगली गेंद पर रेणुका ने उन्हें रन आउट करने का मौका गंवा दिया। तीसरी गेंद पर एशलेग ने लांग ऑफ पर राधा यादव को कैच थमाया। ताहलिया अगली गेंद पर एक रन ही बना सकी। अंतिम दो गेंद पर एलिसा ने 10 रन बनाए लेकिन ऑस्ट्रेलिया 16 रन ही बना सका और भारत ने जीत दर्ज की।
मूनी और ताहलिया की साझेदारी भारत के खिलाफ किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी होने के अलावा ऑस्ट्रेलिया की ओर से भी किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। मूनी और ताहलिया की बदौलत ऑस्ट्रेलिया की टीम अंतिम 11 ओवर में 118 रन जोड़ने में सफल रही। भारत की ओर से एकमात्र विकेट दीप्ति शर्मा के खाते में गया जिन्होंने चार ओवर में 31 रन खर्च किए। लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को स्मृति और शेफाली वर्मा (34) की जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दिलाई। स्मृति ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने एशलेग गार्डनर पर चौके के साथ खाता खोला और फिर अगले ओवर में किम गार्थ पर तीन चौके जड़े।
शेफाली ने भी मेगान शुट और किम पर चौके मारे और फिर एलिस पैरी का स्वागत लगातार दो चौकों के साथ किया। शेफाली हालांकि एलिस के पहले ओवर में ही भाग्यशाली रहीं जब मेगान ने डीप कवर में उनका कैच टपका दिया। भारत ने पावर प्ले में बिना विकेट खोए 55 रन बनाए। शेफाली ने आठवें ओवर में मेगान पर पारी का पहला छक्का मारा लेकिन अगले ओवर में एलेना की गेंद पर कवर्स में ताहलिया को कैच दे बैठी। उन्होंने 23 गेंद की अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का मारा। जेमिमा रोड्रिग्स (04) ने एलेना पर चौके के साथ खाता खोला लेकिन अगले ओवर में हीथर ग्राहम की गेंद पर पगबाधा हो गई। स्मृति को इसके बाद कप्तान हरमप्रीत कौर (21) के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला। हरमनप्रीत ने एशलेग पर चौका और छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाए जबकि स्मृति ने किम पर चौके के साथ 12वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
स्मृति ने एलेना की लगातार गेंदों पर छक्के और चौके के साथ 37 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने अगले ओवर में मेगान पर भी लगातार गेंद पर छक्का ओर चौका मारा। भारत को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 55 रन की दरकार थी। स्मृति ने हीथर पर छक्का जड़ा लेकिन हरमनप्रीत ने इस तेज गेंदबाज की गेंद पर मूनी को कैच थमा दिया। हरमनप्रीत ने 22 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का मारा। ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हैली ने इसके बाद गेंद अनाबेल सदरलैंड को थमाई। स्मृति ने उनका स्वागत सीधे छक्के के साथ किया लेकिन अगली गेंद को विकेटों पर खेल गई।
उन्होंने 49 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके और चार छक्के मारे। रिचा घोष शुरुआत से ही अच्छी लय में दिखी। उन्होंने अनाबेल पर छक्के से खाता खोला और फिर एशलेग पर भी दो छक्के मारे। भारत को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 18 रन की दरकार थी। दीप्ति शर्मा (02) ने हीथर की गेंद पर एलेना को कैच थमाया। हीथर के इस ओवर में सिर्फ चार रन बने। भारत को अंतिम ओवर में 14 रन चाहिए थे। मेगान की दूसरी गेंद देविका वैद्य (नाबाद 11) के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर चार रन के लिए गई। अगली तीन गेंद पर सिर्फ चार रन बने जिससे भारत को अंतिम गेंद पर पांच रन की जरूरत थी।
देविका ने अंतिम गेंद पर चौका जड़कर मुकाबले को टाई कराके सुपर ओवर में खींचा। इससे पहले हरमनप्रीत ने टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया जिसके बाद टीम ने तेज शुरुआत की। एलिसा हीली (15 गेंद में 25 रन, पांच चौके) ने आक्रामक रुख अपनाते हुए रेणुका सिंह पर तीन और अंजलि सरवानी पर दो चौके मारे। एलिसा हालांकि चौथे ओवर में दीप्ति की गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट पर देविका वैद्य को कैच दे बैठीं। मूनी और ताहलिया ने इसके बाद पावर प्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 46 रन तक पहुंचाया। ताहलिया ने दीप्ति पर चौके से खाता खोला। ताहलिया ने आठवें ओवर में मेघना सिंह पर दो चौके मारे जबकि मूनी ने भी चौका जड़़ा जिससे इस ओवर में 14 रन बने।
मूनी ने 13वें ओवर में स्पिनर राधा यादव पर तीन चौकों के साथ टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया और फिर रेणुका पर भी लगातार दो चौके जड़े। ताहलिया ने लेग स्पिनर देविका की लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ सिर्फ 37 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। मूनी ने भी बाएं हाथ की स्पिनर राधा पर लगातार दो चौकों के साथ 38 गेंद में भारत के खिलाफ लगातार तीसरा अर्धशतक बनाया।
मूनी और ताहलिया ने इस बीच भारत के खिलाफ लगातार दूसरी शतकीय साझेदारी भी की। इन दोनों ने इसी मैदान पर पहले टी20 मैच में भी दूसरे विकेट के लिए नाबाद 100 रन जोड़े थे। मूनी ने अंतिम ओवरों में अधिक आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने 19वें ओवर में दीप्ति पर लगातार तीन चौके मारे।