वॉशिंगटन (Washington)। अमेरिका (America) के सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) में गेम डेवलेपर्स कॉन्फ्रेंस (Game Developers Conference) आयोजित की जा रही है। खास बात ये है कि पहली बार इसमें भारत (India) का भी पेवेलियन है। यह भारत और अमेरिका के बढ़ते संबंधों को दिखाता है। यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (US India Strategic and Partnership Forum) के सहयोग से गेम डेवलेपर्स कॉन्फ्रेंस में भारत के पेवेलियन का उद्घाटन किया गया है। फोरम के अध्यक्ष मुकेश अघी ने बताया कि भारत पेवेलियन का उद्घाटन भारत-अमेरिका के संबंधों में मील का पत्थर है।
गेम डेवलेपर्स कॉन्फ्रेंस में भारत के पेवेलियन का बुधवार को उद्घाटन किया गया। साथ ही इस दौरान ‘इंडिया गेमिंग मार्केट रिपोर्ट’ भी जारी की गई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत का गेमिंग मार्केट साल 2023 में 3.1 अरब डॉलर था, जिसके साल 2028 तक 6 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। कार्यक्रम में सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूत के श्रीकर रेड्डी भी समेत कई अन्य अधिकारी भी शामिल हुए। रेड्डी ने कहा कि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था में काफी संभावनाएं हैं।
देश में 56 करोड़ ऑनलाइन गेम खेलने वाले लोग
इंडिया गेमिंग मार्केट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अभी ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर में एक लाख लोग काम करते हैं और आने वाले दशक में इस सेक्टर में ढाई लाख नौकरियां पैदा होने का अनुमान है। भारत में साल 2023 में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 88 करोड़ थी, जिसके साल 2028 तक 1.2 अरब डॉलर पहुंचने का अनुमान है। रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2023 में ऑनलाइन गेम खेलने वाले लोगों की संख्या करीब 56 करोड़ थी, जो 2028 तक बढ़कर 89 करोड़ हो जाएगी। भारत में साल 2015 में सिर्फ 25 गेमिंग कंपनियां थीं, जो साल 2023 में बढ़कर 1400 हो गई हैं। भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल गेम एप डाउनलोड किए जाते हैं।