ISRO रचेगा एक और इतिहास, LVM-3 रॉकेट वनवेब के 36 सेटेलाइट को करेगा लॉन्च, काउंटडाउन शुरू

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बेंगलुरु । इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) एक और इतिहास रचने को तैयार है. इसरो का एलवीएम-3 (LVM-3) आज यानी 13 अक्टूबर की रात्रि में रॉकेट वनवेब (Rocket OneWeb) के 36 सैटेलाइट (satellite) को लॉन्च करने वाला है. इसरो के सबसे भारी रॉकेट प्रक्षेपण यान मार्क-3 (एलवीएम-3) के जरिये श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 36 ब्राडबैंड संचार उपग्रहों के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती (काउंटडाउन) शुक्रवार रात के बाद शुरू हो गई.

इसरो ने एक बयान जारी कर कहा कि ‘एलवीएम3-एम2/वनवेब इंडिया-1 मिशन’ का प्रक्षेपण 22-23 अक्टूबर की मध्यरात्रि यानी रात 12 बजे प्रस्तावित है, जिसका काउंटडाउन शुरू हो चुका है. गौरतलब है कि ‘वनवेब’ एक निजी उपग्रह संचार कंपनी है. भारती एंटरप्राइजेज वनवेब में एक प्रमुख निवेशक और शेयरधारक है.

इस अभियान से एलवीएम-3 को मिलेगी खास पहचान
बयान में कहा गया कि इस अभियान से एलवीएम-3 को वैश्विक वाणिज्यिक लॉन्च सेवा क्षेत्र में खास पहचान मिलेगी. अंतरिक्ष विभाग के तहत कार्य करने वाले केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ‘न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड’ (एनएसआईएल) ने कहा, ‘यह एनएसआईएल के माध्यम से एलवीएम-3 के जरिये पहला वाणिज्यिक प्रक्षेपण है.’ उन्होंने कहा था कि अगले साल की पहली छमाही में एलवीएम-3 द्वारा 36 वनवेब उपग्रहों को भेजा जाएगा.

आज रात 12 बजकर 7 मिनट पर लॉन्चिंग
इस प्रक्षेपण के साथ ही ‘एलवीएम-3’ वैश्विक वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में कदम रखेगा. ‘एलवीएम-3’ को पहले ‘जीएसएलवी एमके-3’ रॉकेट के नाम से जाना जाता था. बेंगलुरु स्थित इसरो मुख्यालय ने बताया कि ‘एलवीएम-3-एम2/वनवेब इंडिया-1 मिशन’ का प्रक्षेपण 23 अक्टूबर (22 अक्टूबर की मध्यरात्रि) को भारतीय समयानुसार 12 बजकर सात मिनट पर निर्धारित है.

इस महीने की शुरुआत में इसरो ने कहा था कि अंतरिक्ष विभाग और अंतरिक्ष एजेंसी की वाणिज्यिक शाखा के तहत काम करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्रीय उद्यम (सीपीएसई) न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने ब्रिटेन स्थित नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स के साथ दो प्रक्षेपण सेवा अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए थे. इन अनुबंधों के तहत एलवीएम-3 रॉकेट के जरिये वनवेब के निचली कक्षा के ब्रॉडबैंड संचार उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जाना था.

इसरो ने इस लॉन्चिंग को लेकर क्या कहा
इसरो ने कहा था कि यह मांग के आधार पर एनएसआईएल के जरिये पहला एलवीएम-3 समर्पित वाणिज्यिक प्रक्षेपण है. अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि वनवेब के साथ हुआ यह करार एनएसआईएल और इसरो के लिए मील का पत्थर है, क्योंकि इसके जरिये ‘एलवीएम-3’ रॉकेट वैश्विक वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में कदम रखने जा रहा है. ‘एलवीएम-3’ तीन चरणों वाला प्रक्षेपण वाहन है, जिसमें दो ठोस मोटर स्ट्रैप-ऑन, एक तरल प्रणोदक चरण और एक क्रायोजेनिक चरण शामिल है. यह रॉकेट चार टन भार वर्ग के उपग्रहों को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (जीटीओ) में प्रक्षेपित करने में सक्षम है.

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