J&K: G-20 बैठक से पहले पुंछ में आतंकी हमला, NIA की टीम जांच के लिए रवाना, कौन है ‘PAFF’ जिसने ली हमले की जिम्मेदारी
नई दिल्ली. जहां एक तरफ पुंछ में आतंकी हमला ( फिलहाल ऐसे समय में हुआ है, जब सभी सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर में अगले महीने शांत, सुरक्षित और आत्मविश्वास से भरे माहौल में प्रस्तावित जी-20 बैठक की तैयारी में लगी हुई हैं। इधर अब देश कि सुरक्षा एजेंसियां आतंकवादी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) के नेटवर्क को खत्म करने की तैयारी कर रही हैं, जिसने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
बता दें कि, PAFF उन आतंकवादी संगठनों में से एक है, जो पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद कश्मीर में बहुत ज्यादा सक्रिय था। इस संगठन ने साल 2020 से अब तक लगभग 40 छोटी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। सुरक्षा बलों ने मेंढर सब-डिवीजन के विभिन्न गांवों में बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया है, जिसमें सेना और पुलिस दोनों के वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल मौके पर मौजूद हैं।
जानकारी हो कि पुंछ के भिंबर गली में बीते गुरूवार को कल एक आतंकी हमले में राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के 5 जवानों की जान चली गई थी। मौके पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के जवान मौजूद हैं। सर्च ऑपरेशन जारी है और वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। सूत्रों के अनुसार आतंकियों ने घात लगाकर इस हमले को अंजाम दिया है। आतंकियों ने पहले सेना के वाहन को रोका और फिर उस पर अचानक ग्रेनेड से हमला किया। इसके बाद वाहन में आग लग गई और सेना के पांच जावन शहीद हो गए और एक जवान बुरी तरह से घायल हो गया। उसे राजौरी के सेना अस्पताल में भर्ती कराया, जहां फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।
वहीं आज थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे और भारतीय सेना के सभी रैंकों ने 5 भारतीय सेना के जांबाज हवलदार मनदीप सिंह, लायंस देवाशीष बसवाल, लायंस एनके कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह और सिपाही सेवक सिंह के सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया है, जिन्होंने शहीद हुए कल पुंछ सेक्टर में ड्यूटी के दौरान उनका जीवन मातृभूमि के लिए कुर्बान कर दिया है। बता दें कि बीते हफ्ते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जी-20 बैठकों के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग भी की थी। वहीं, करीब एक हफ्ते बाद ही केंद्र शासित प्रदेश में इस तरह की घटना हो गई है।