नई दिल्ली: बीते सोमवार से कार्तिक मास शुरू हो चुका है। यह आगामी महीने की 8 तारीख पूर्णिमा यानी देव दीवाली तक चलेगा। इस सदी में पहली ऐसा होने जा रहा है जब इस माह में दो ग्रहण एक साथ होंगे। सोने पे सुहागा यह है कि यह दोनों ग्रहण मंगलवार को आएंगे। ऐसी मान्यता है कि इस माह में भगवान विष्णु जल में निवास करते हैं। शास्त्रों में इस माह में स्नान, दान के साथ भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। कार्तिक में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से सभी तीर्थ स्थान की यात्रा करने का फल मिल जाता है। कार्तिक मास में प्रतिदिन संध्या समय तुलसी के समक्ष दीपदान अवश्य करना चाहिए।
कार्तिक मास में होता तुलसी विवाह
कार्तिक मास के बारे में कहा जाता है कि यह भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है। शास्त्रों में इस माह का विशेष महत्त्व है। इस माह में देव तत्व मजबूत होता है। कार्तिक मास में भगवान विष्णु की प्रिय तुलसी पूजन को भी जरूरी माना गया है। तुलसी के सामने दीपदान करने पर घर में सुख समृद्धि का वास होता है। कार्तिक में ही तुलसी माता और शालिग्राम का विवाह किया जाता है। इसे तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है।
अक्टूबर 25 को सूर्य ग्रहण और 8 नवम्बर को चन्द्र ग्रहण
इस बार कार्तिक मास दो ग्रहण का साक्षी बनने जा रहा है। ऐसा शायद इस सदी में पहली बार हो रहा है जब एक ही माह में दो ग्रहण एक साथ आ रहे हैं। कार्तिक अमावस्या 25 अक्टूबर मंगलवार को सूर्य ग्रहण रहेगा और 8 नवम्बर कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा को मंगलवार को चन्द्र ग्रहण रहेगा।