नई दिल्ली। पंचांग के अनुसार कल कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी (Chaturthi of Krishna Paksha of Kartik month) पर करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा। हिंदू मान्यता (Hindu beliefs) के अनुसार इस व्रत को महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए रखती हैं। करक चतुर्थी या फिर कहें करवा चौथ व्रत (Karva Chauth Vrat) को बगैर कुछ खाए-पिए निर्जला रहा जाता है। इस व्रत का प्रचलन दक्षिण भारत की बजाय उत्तर भारत (North India instead of South India) में ज्यादा है। करवा चौथ व्रत की पूजा में चंद्रमा का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है क्योंकि इसी को देखकर महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं, लेकिन यह चंद्रमा अगर किसी कारण आपको न नजर आए तो आखिर कैसे करें इस व्रत की पूजा।
यदि आपके शहर का मौसम खराब चल रहा है और आपको इस बात की चिंता सता रही है कि अचानक से आए बादलों के कारण जब चंद्रमा छिप जाएगा तो आप कैसे करेंगी पूजा तो इस समस्या का समाधान आप तकनीक के जरिए ढूंढ़ सकती हैं। करवा चौथ के दिन चंद्रमा अगर न दिखाई दे तो आप किसी दूसरे स्थान पर मौजूद व्यक्ति के मोबाइल के जरिए चंद्र दर्शन करके अपनी पूजा पूरी कर सकती हैं। वीडियो कॉल के इस उपाय को करने पर आपकी चंद्र दर्शन की कामना अधूरी नहीं रहेगी और आपको पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होगा।
यदि आप मोबाइल, इंटरनेट जैसी सुविधा का इस्तेमाल कर पाने में असमर्थ हैं तो भी आपको बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सनातन परंपरा में प्रत्येक समस्या का कोई न कोई समाधान बताया गया है। यदि आपके शहर में किसी कारणवश चंद्र दर्शन नहीं हो पा रहे हैं तो आप भगवान शिव के मस्तक पर शोभायमान चंद्रमा को देखकर अपने व्रत को खोल सकते हैं।
यदि आपको भगवान शिव की चंद्रमा वाली प्रतिमा न मिले तो भी आपको निराश होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आप अपने घर में किसी पात्र या चौकी में चावल से चंद्रमा बनाकर उसकी पूजा कर सकती हैं। मान्यता है कि इस उपाय से करवा चौथ व्रत को खोलने पर भी पुण्यफल की प्राप्ति होती है। यदि करवा चौथ वाले दिन चंद्र दर्शन का कोई रास्ता न निकले तो आप इस दिन चंद्रोदय के समय चंद्र देवता का स्मरण करें और उसी दिशा की ओर मुख करके उनकी पूजा करें, जिधर चंद्रोदय होना हो। मान्यता है कि मन से की गई चंद्रमा की पूजा भी इस व्रत का पुण्यफल प्रदान करती है।