हैदराबाद: तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार सुनिश्चित करने के लिए कर्नाटक में कांग्रेस नेताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेताओं ने इन दावों को खारिज किया है। केसीआर सरकार के परिवहन मंत्री पुर्व्वादा अजय ने कहा कि कांग्रेस को हराने के लिए कहीं दखल देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई बीजेपी से है। क्या आपको लगता है कि बीआरएस अपना समय कांग्रेस को हराने में बर्बाद करेगी, जो हर जगह खुद को हरा रही है? ये आरोप मूर्खतापूर्ण हैं।’
कांग्रेस नेता ने स्वीकारी KCR से मिलने की बात, लेकिन….
रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया था कि कर्नाटक के पूर्व मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान से कथित तौर पर केसीआर ने संपर्क किया था। अब जमीर अहमद ने भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात स्वीकार की है, लेकिन कहा कि यह मुलाकात एक भूमि सौदे को लेकर थी। उन्होंने कहा कि राजनीति के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई थी। तेलंगाना कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि रेड्डी के आरोपों के बाद खान ने एआईसीसी नेताओं को अपना बयान भी दिया था। केसीआर ने खुद आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।
रेवंत रेड्डी ने 18 जनवरी की खम्मम रैली में केसीआर द्वारा की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए यह दावा किया। उस रैली में गैर-बीजेपी दलों के शीर्ष नेताओं ने भाग लिया था। गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेस गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहे सीएम ने कहा कि कांग्रेस का देश में कोई भविष्य नहीं है। इस पर जवाब देते हुए रेड्डी ने दावा किया कि केसीआर ने कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं को लुभाने की कोशिश की और यही कारण था कि जद (एस) प्रमुख एच डी कुमारस्वामी बीआरएस की बैठक में शामिल नहीं हुए। इससे पहले, जद (एस) ने पहले उस बैठक में भाग लिया था जहां केसीआर द्वारा आधिकारिक तौर पर बीआरएस की शुरुआत की गई थी। पार्टी का नाम पहले टीआरएस था।
“दूसरे राज्यों को लेकर टिप्पणी न करें रेवंत रेड्डी”
रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि एआईसीसी ने रेवंत रेड्डी की टिप्पणियों पर आलोचनात्मक रुख अपनाया है और उनसे इस तरह के आरोप लगाने से बचने को कहा है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता इस मामले को देख रहे हैं, लेकिन अभी के लिए उन्होंने तेलंगाना पीसीसी और कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं से फिर से विवाद नहीं करने के लिए कहा है। रेवंत रेड्डी को अन्य राज्यों के बारे में टिप्पणी नहीं करने के लिए कहा गया है।” सूत्रों ने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं ने भी रेड्डी के “उनके एक नेता को घसीटने” पर विवाद में अपनी नाखुशी व्यक्त की है।