नई दिल्ली : ग्रहों के राजा सूर्य (king sun)आज मीन राशि में गोचर कर चुके हैं। सूर्य जब मीन राशि (Pisces)में प्रवेश करते हैं, तो इस दिन से ही खरमास की शुरुआत होगी। सूर्यदेव जब भी मीन या धनु राशि में प्रवेश तरते हैं, तो इस दौरान शुभ कार्यों की मनाही होती है और इस अवधि को खरमास कहा जाता है। पंचांग के अनुसार, 14 मार्च को दोपहर 3 बजकर 12 मिनट पर खरमास की शुरुआत हो चुकी है और 13 मार्च को रात 9 बजकर 3 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी। इसके बाद ही मांगलिक कार्यों का आरंभ होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, खरमास महीने में कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं आने वाले 30 दिनों तक किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
खरमास के दौरान शादी-विवाह, सगाई समेत सभी मांगलिक कार्यों को आयोजन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इससे वैवाहिक जीवन में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
खरमास से गृह-प्रवेश करना अशुभ माना जाता है।
इन दिनों में नए व्यापार या कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से नौकरी-व्यापार में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
खरमास में मुंडन, जनेऊ या किसी भी धार्मिक कार्यों की आयोजन की मनाही होती है।
खरमास में क्या करें ?
खरमास महीने में तुलसी के पौधे के नियमित पूजा करें।
इस दौरान रोजाना सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
खरमास में पवित्र नदियों में स्नान करना भी बेहद शुभ होता है।
शास्त्रों के अनुसार, इस दौरान तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।
खरमास में घर, नई प्रॉपर्टी और रत्न या ज्वेलरी की खरीदारी नहीं करना चाहिए।
इस दौरान गाजर, मूली, तेल, चावल, मूंग, तिल और आंवले का सेवन नहीं करना चाहिए।