शिमला: हिमाचल प्रदेश में होने वाली सबसे प्रसिद्ध धार्मिक यात्राओं में से एक किन्नौर कैलाश यात्रा 1 अगस्त से शुरू होने जा रही है. श्रद्धालु पूरे साल किन्नौर कैलाश यात्रा के शुरू होने का इंतजार करते हैं. इस वर्ष यात्रा 1 अगस्त से शुरू हो कर 26 अगस्त तक चलेगी. यात्रा से पहले श्रद्धालुओं को पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा. यात्रा का पंजीकरण 25 जुलाई से शुरू हो चुका है. यात्रा के शुरू होने से पहले मार्ग का सर्वे किया जाएगा. मौसम और मार्ग की स्थिति को देखते हुए यात्रा करवाई जाएगी. इसे लेकर एसडीएम कल्पा डॉ. शशांक गुप्ता अधिकारियों के साथ बैठक भी कर चुके हैं. अभी यात्रा को केवल तंग लिंक से शुरू की जाएगी.
यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. निरीक्षण टीम सबसे पहले पूर्वाणी मार्ग का निरीक्षण करेगी. मौसम और मार्ग की स्थिति को देखते हुए यात्रा का निर्णय लिया जाएगा. सभी को समय रहते तैयारियां पूरी करने के निर्देश भी दिए गए हैं. इससे श्रद्धालुओं को यात्रा में किसी भी प्रकार की समय न हो. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर 500 मीटर में शौचालय की व्यवस्था की गई है. आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और होमगार्ड के पर्याप्त जवानों को तैनात किया जाएगा.
प्रशासन ने यात्रा के दौरान टेंट में रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए टेंट और भोजन के दाम तय किए हैं. तय दाम से अधिक वसूलने वाले लोगों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. यात्रा के दौरान कई निजी संस्थाएं यात्रियों के रहने के लिए टेंट और भोजन की व्यवस्था करती है. इनमें प्रति श्रद्धालु 1300 रुपये भोजन के साथ और 700 रुपये बिना भोजन के दाम तय किए गए हैं. इससे अधिक वसूलने वालों पर कार्रवाई की जाएगी.
यात्रा के दौरान एक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया जाएगा, जो किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहेगी. वहीं, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग विभिन्न स्थानों पर चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध करवाएगा. स्वास्थ्य विभाग को पर्याप्त संख्या में डॉक्टर और अन्य स्टाफ उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए गए हैं.