लखनऊ: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने के लिए किसानों के खाते की ईकेवाईसी करानी आवश्यक है। इसके लिए कृषि विभाग ने कन्नौज में 34 स्थानों पर कैंप आयोजित किए हैं। हालांकि डाक विभाग में स्टाफ की कमी व किसानों की संख्या अधिक होने के कारण किसानों को घंटों इन्तजार करना पड़ रहा है। ऐसे में केवाईसी न हो पाने करीब 85 हजार लोगों की सम्मान निधि फंस सकती है।
जिले भर में दो लाख 69 हजार किसान सम्मान िनिध योजना का लाभ पा रहे हैं। इनमें से अब तक 2 लाख 28 हजार किसानों का ही भूलेख सत्यापन हो सका है। 41 हजार किसान अभी भी सत्यापन प्क्रिया से छूटे चल रहे हैं। वहीं 85 हजार किसानों की अभी ईकेवाईसी होनी बाकी है। एक केंद्र पर दो कमर्चारियों को लगाया गया है।
बताते हैं कि सबसे ज्यादा परेशानी सहकारिता विभाग व ग्रामीण बैंक के खाता धारक किसानों के साथ है। एनपीसीआई का अप्रूवल उन्हें नहीं मिल पाया है। विलय वाली बैंकों में खाते अपडेट होते वक्त आधार लिंक न होने के कारण ईकेवाईसी नहीं हो सकी है। ऐसे में किसान घनचक्कर बने हुए हैं। शनिवार को दजर्नों किसान उप निदेश कृषि कार्यालय में भी अपनी ईकेवाईसी कराने पहुंचे। भाकियू नेताओं ने मांग की है कि कैंप में कमर्चारियों की संख्या बढ़ाई जाए। तभी समय से किसानों की ईकेवाईसी हो पाएगी।