नई दिल्ली/अयोध्या: जहां एक तरफ आगामी 22 जनवरी को अयोध्या (Ayodhya) में प्रभु राम का भव्य मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Inaugration) की तैयारी जोरशोरों से जारी है। ऐसे में लोग उस बेश्केमती क्षण का इंतजार कर रहे हैं जब प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होकर दिव्य दर्शन देंगे।
इधर प्रभु राम के विराजमान होने के साथ-साथ बालक राम की सेवा करने वाले पुजारी और सेवादार के भी दिन अब बदलने रहे हैं। जी हां, अब रामलला के पुजारी और कर्मचारियों को भी अब सरकारी स्तर की सुविधा मुहैया दी जा रही है। इतना ही नहीं राम मंदिर में तैनात पुजारी और सेवादार को राम मंदिर ट्रस्ट सरकारी कर्मचारियों के स्तर की सुविधा और मानदेय दे रहा है।
उन्हें छुट्टी और अन्य सुविधाएं भी सरकारी एवं कंपनी कर्मचारियों की तरह मिलने लगी। अब तो मंदिर की पूजा व्यवस्था में लगे कर्मचारियों के वेतन से फंड भी कटने लगा है। सालाना वेतन में बढ़ोतरी भी की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार अब मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की सैलरी 15520 रुपए से बढ़कर 35000 रुपए की गई है तो वहीं सहायक पुजारी की सैलरी 10000 से बड़ा करके 330000 रुपए हो गई है। इतना ही नहीं राम जन्म भूमि में रामलला की सेवा करने वाले सेवादार की सैलरी भी 8000 रुपए से बढ़कर के 15000 रुपए कर दिया गया है। हाल ही में एक नए भंडारी की नियुक्ति 19 हजार रुपये मासिक वेतन पर की गई है।
गौरतलब है की राम जन्मभूमि मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते के अनुसार विवादित ढांचा विध्वंस के बाद 1992 में रिसीवर ने उनके मासिक वेतन को मात्र 100 रुपये मासिक ही तय कर रखा था। बाद में समय-समय पर इसमें बढ़ोतरी भी की गई थी, लेकिन बहुत कम ही इजाफा हुआ था। अपने 32 साल की सेवा में उन्होंने लंबे समय तक इतने कम वेतन में पुजारी का काम किया, जो किसी को बताने लायक भी नहीं थी।