नई दिल्ली : डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपके खून में बहुत अधिक ग्लूकोज (चीनी) होता है. ग्लूकोज आपके शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण एनर्जी सोर्स है, लेकिन यदि इसका लेवल बहुत अधिक हो जाए तो यह स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जिसमें दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी की बीमारी, अंधापन, नर्व्स डैमेज, आदि.
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, जो एक बार हो जाए तो कभी ठीक नहीं होती है, बल्कि जीवनभर इस कंट्रोल में रखना पड़ता है. फिलहाल, डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसे दवा, डाइट और व्यायाम से कंट्रोल में रखा जा सकता है. डायबिटीज को कंट्रोल करने में ड्राई फ्रूट को सशक्त माना गया है. कानपुर स्थित जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. एसके गौतम व उनकी टीम शोध में स्पष्ट किया है कि सिर्फ 28 ग्राम ड्राई फ्रूट का नियमित सेवन डायबिटीज के खतरनाक लेवल से बचाव में मददगार साबित हो सकता है.
हिन्दुस्तान अखबार में छपी एक खबर के अनुसार, प्री-डायबिटिक व मधुमेह की चपेट में आ चुके मरीजों पर हुए रिसर्च के परिणाम भी आश्चर्यजनक रहे. रिसर्च 40 से 60 साल की आयु वाले चार मरीजों को शामिल किया गया. इनमें 200 प्री-डायबिटिक व 200 डायबिटीज के मरीज शामिल हुए, जो नियमित तौर पर दवा का सेवन कर रहे थे.
दिल्ली में 20 से 25 फरवरी को हुए एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया के 79 वें वार्षिक सम्मेलन में डॉ. एसके गौतम ने रिसर्च प्रस्तुत किया. अलग-अलग राज्यों के 15000 फिजिशियन रिसर्च से आए नतीजे को शुगर मरीजों के लिए महत्वपूर्ण बताया. अध्ययन में 200 ऐसे भी मरीज रहे, जो डायबिटीज से पीड़ित थे. लंबे समय से शुगर कंट्रोल करने की दवा भी खा रहे हैं. ड्राई फ्रूट की तय डाइट सुबह के वक्त नियमित रूप से दी गई. पहले इनका शुगर लेवल 180 से 250 के बीच था, जबकि ड्राई फ्रूट के नियमित सेवन से उनका शुगर लेवल 180 के नीचे पहुंच गया.
रिसर्च में नियमित रूप से सुबह नाश्ते में बादाम, पिस्ता, मूंगफली, अखरोट व काजू दिया गया. इसकी मात्रा भी तय की गई. बिना छिले छह बादाम, तीन पिस्ता, दो अखरोट, छह-छह मूंगफली व काजू दी गई. इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन ई, कैल्शियम, जिंक, आयरन, मैग्नीशियम, फाइबर के अलावा अनसैचुरेटेड फैट भी प्रचुर मात्रा में है.