नई दिल्ली : धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि समय-समय पर जरूरत पड़ने पर हर एक देवी-देवता किसी न किसी अवतार में दोबारा प्रकट हुए हैं. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु ने 24 अवतार लिए. इनमें से एक अवतार कल्कि के रूप में होना बाकी है. शास्त्रों के अनुसार, अधर्म अपने चरम पर है और पुनः धर्म की स्थापना करने के लिए भगवान विष्णु कल्कि अवतार में पृथ्वी पर प्रकट होंगे.
कल्कि अवतार से जुड़ी 10 मुख्य बातें
1. मत्स्य पुराण में भगवान विष्णु के कल्कि अवतार का वर्णन मिलता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कलयुग के अंतिम चरण में भगवान विष्णु का कल्कि अवतार होगा. यह अवतार कलयुग और सतयुग के संधि काल में होगा.
2. धार्मिक पुराणों में भविष्यवाणी मिलती है कि भगवान विष्णु के दसवें अवतार कल्कि देव संभल ग्राम में जन्म लेंगे. संभल ग्राम ओडिशा और उत्तर प्रदेश में भी है. स्कंद पुराण के दसवें अध्याय में स्पष्ट रूप से लिखा है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार संभल गांव में होगा.
3. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भगवान विष्णु का कल्कि अवतार सफेद घोड़े पर बैठकर आएगा जो राक्षसों का नाश करेगा. उनके घोड़े का नाम देवदत्त होगा. वे इस संसार से पापी लोगों का विनाश करके पुनः धर्म को स्थापित करेंगे.
4. आपको बता दें कि कल्कि नाम का एक पुराण भी है.
5. भगवान विष्णु का कल्कि अवतार 64 कलाओं से युक्त होगा.
6. भगवान विष्णु के कल्कि अवतार विष्णुयशा नाम के तपस्वी ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.
7. धार्मिक ग्रंथ अग्नि पुराण के 16वें अध्याय में कल्कि अवतार का चित्रण किया गया है. जिसमें कल्कि देव तीर कमान धारण कर घुड़सवारी कर रहे हैं.
8. कल्कि पुराण में वर्णन है कि सफेद घोड़े पर सवार कल्कि देव अपने हाथ में तलवार लेकर पापी जनों का नाश कर सनातन राज्य स्थापित करेंगे.
9. इस समय कल्कि देव के मंदिर भी बनाए जा चुके हैं. जहां कल्कि अवतार की आरती की जाती है, चालीसा पढ़ी जाती है और भजन भी किए जाते हैं.
10. बहुत से लोगों का यह मानना है कि भगवान विष्णु ने कल्कि अवतार ले लिया है. वह सही समय पर सबके सामने आएंगे. हालांकि इस बारे में कोई नहीं जानता कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार हो चुका है या होने वाला है.