श्मशान में बदला इरशालवाड़ी गांव, लैंडस्लाइड ने मचाई तबाही, अब तक 16 शव बरामद, 139 अब भी मलबे में दबे
नई दिल्ली/रायगढ़. जहां महाराष्ट्र (Maharashtra) के रायगढ़ (Raigad) जिले का इरशालवाड़ी गांव अब पूरी तरह से श्मशान में तब्दील हो चूका है। जी हां, 248 लोगों की जनसंख्या वाले इस गांव में भूस्खलन (Landslide) और लैंडस्लाइड के चलते अबतक मलबे में दबे 16 लोगों के शव को निकाला गया है जबकि 93 लोग फिलहाल जीवित हैं जो घटना के समय या तो बाहर थे या फिर किसी तरह अपनी जान बचाकर यहां से भागने में कामयाब रहे। इस तरह से ये आंकड़ा 109 का हुआ यानी कि प्रशासन के आंकड़े को ही सही माने तो 139 लोग अब भी इस जगह पर लापता हैं और संभवत: सब मलबे में ही दबे हैं।
मामले पर NDRF ने जानकारी दी थी कि, भारी बारिश और अंधेरे में आगे लैंडस्लाइड के खतरे को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन के परामर्श से बचाव अभियान बंद कर दिया गया है और कल सुबह फिर से शुरू किया जाएगा। अब तक यहां से आंकड़ा 16 शव बरामद किए गए और 21 लोगों को बचाया गया हैं बारिश का आलम यह है कि, जिन लोगों को मलबे में से निकाला जा रहा है, उनके परिवारजन उनका आखिरी समय मुहं तक नहीं देख पा रहे हैं और शव को नीचे लाने की कोई व्यवस्था भी नहीं है। ऐसे में शव को वहीं के वहीं दफना दिया जा रहा है। मौसम की मार ऐसी है कि भूस्खलन दिन में भी 2 बार हुआ। मौसम के चलते हेलीकॉप्टर से भी रेस्क्यू संभव नहीं है। केंद्र की मदद से दो हेलीकॉप्टर भी यहां रेडी था लेकिन वो उड़ान ही नहीं भर पाया।
इधर NDRF के 5BN के निरीक्षक राहुल कुमार रघुवंश ने बचाव कार्य की जानकारी देते हुए बताया कि, हम तीन प्रकार की खोज करते हैं। हम यहां कुत्तों और खुद भी अपनी खोजों का संचालन करेंगे। यह एक लंबी और चुनौतीपूर्ण टास्क है, लेकिन हम इसके लिए प्रशिक्षित हैं। कल, जब हमें सूचना मिली थी तो हमारी चार टीमें मौके पर पहुंचीं और खोज और तुरंत बचाव अभियान शुरू किया था।”
अगर बारिश की बात करें तो बीते 3 दिनों (17 जुलाई से 19 जुलाई) में 499 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि एक रिकॉर्ड है। तो वहीं आज ठाणे, रायगढ़, पुणे और पालघर में ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा मुंबई और रत्नागिरी के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी हुआ है। यानी आज यानी शुक्रवार को इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है ।