नई दिल्ली : पंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट चुनाव की मांग कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच बुधवार को झड़प हो गई। छात्रों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को फायरिंग भी करनी पड़ी। पुलिस के मुताबिक जब छात्रों ने वीआईपी इलाके का सुरक्षा घेरा तोड़ने की कोशिश की तो उन्हें जबरन रोका गया। इससे विश्वविद्यालय का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि छात्रों ने उपराष्ट्रपति कार्यालय से उपराष्ट्रपति के आधिकारिक आवास तक मार्च करने की योजना बनाई थी। लेकिन प्रदर्शन के दौरान वे लॉ सभागार की ओर मुड़ गए। यहां पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत कई सांसद मौजूद रहे। और ऐसे में पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इस वजह से पुलिस को उन्हें जबरन रोकना पड़ा। वहीं छात्रों ने दावा किया कि वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे और पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। जिसमें बड़ी संख्या में छात्र घायल हो गए। हालांकि इस छात्र के अस्पताल में भर्ती होने के बारे में कोई जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
छात्र संगठन ने आरोप लगाया
रिमलजोत छात्र संगठन ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शन के समय पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठियां बरसाईं। और उन्होंने कई छात्र के शरीर पर लाठी के घाव और खून के धब्बे लगे कपड़े भी देखें। दरअसल सथ संगठन के ही एक अन्य छात्र ने आरोप लगाया कि डीएसपी ने उन्हें कहा कि डांगा छड्डो, असी गोलियां भी मारांगे हम।
सीनेट चुनाव के लिए दे रहे थे धरना
बता दें कि सभागार में कार्यक्रम के समय पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा पीयू अपनी यूनिवर्सिटी है। और इसमें हरियाणा के काॅलेजों को हम क्यों जोड़ें। हमारे खुद के 160 से ज्यादा कॉलेज यहां से संबद्धता मिली हैं। इसके साथ ही हरियाणा में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी है। जब पंजाब यूनिवर्सिटी हमारी लेगेसी है तो हमें इसकी रक्षा करना और इसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है। बीते साल एलुमनी मीट के समय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पंजाब यूनिवर्सिटी से हरियाणा के कॉलेजों को संबद्धता देने की बात कही लेकिन उन्होंने कहा कि वो इसपर बाद मे चर्चा करेंगे।