हिमाचल प्रदेश में भी सक्रिय हुए लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे, पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा

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धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में भी अब लॉरेंश बिश्नोई के गुर्गे सक्रिय होने लगे हैं. डेढ़ माह पहले के मामले में गिरफ्तार दो युवकों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है. इन युवकों से अवैध हथियार और असलाह बारूद बरामद हुआ था. कांगड़ा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कांगड़ा के टांडा मेडिकल कॉलेज के पास छह सितंबर को मन्दिर के नजदीक असलाह बरामद हुआ था. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अस्पताल की आवासीय कालोनी के समीप स्थित शिव मंदिर के साथ झाडिय़ों में देसी कट्टे, मैगजीन और नशे की दवाइयों से भरे दो बैग बरामद हुए थे. पुलिस ने आर्म्स एक्ट और एनडीपीसी एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने कबूलनामा दिया था कि वह बिश्नोई गैंग के इशारों पर कांगड़ा में हथियार लाए थे.

एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि की है और कहा कि आरोपी पहले भी वारदात में संलिप्त रहे हैं.एसपी ने बताया कि पंजाब के जीरकपुर में गोलीकांड में आरोपी शामिल रहा है. आरोपियों के पास से दो और पिस्टल बरामद किए गए हैं, जो कि टांडा में झाड़ियों से मिले पिस्टल से मेल खाते हैं. उन्होंने बताया कि कांगड़ा के ज्वालाजी निवासी रोहित छोटू और पंजाब निवासी विनय भंडारी को गिरफ्तार किया गया है. विनय भंडारी को कांगड़ा के बडोह से दबोचा गया है.

गौरतलब है कि ज्वालाजी का आरोपी छोटू ऊना के जिस गैंगस्टर्स राजीव कौशल के साथ लगातार संपर्क में था. राजीव बिश्नोई गैंग का सरगना बताया जाता है. फिलहाल इस मामले के मुख्य आरोपी विनय भंडारी को पंजाब के होशियारपुर और जीरकपुर पुलिस भी रिमांड पर लेना चाहती है, क्योंकि ये दोनों आरोपी पंजाब व अन्य जगहों पर हुई विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं. मुख्य आरोपी पंजाब का रहने वाला है जबकि छोटू स्थानीय निवासी है और हत्या के मामले में पैरोल पर बाहर आने के बाद भगौड़ा हो चुका था.

एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पंजाब निवासी विनय भंडारी ने देसी कट्टे और नशीली दवाइयां ज्वालामुखी के उसके सहयोगी रोहित को दी थीं. वहीं मुख्य आरोपी पंजाब के जिरकपुर में हुए गोलिकांड के दौरान भी शामिल था और वहां फायरिंग के दौरान देसी कट्टा हाथ में फटने के कारण विनय घायल हो गया था और इलाज के लिये कई इलाकों में मारा-मारा फिर रहा था. इस दौरान विनय ने अपना इलाज गढ़शंकर व अन्य कई जगहों पर भी करवाया. घायल होने के चलते विनय भारी सामान उठाने में असमर्थ हो गया था, जिसके चलते विनय ने देसी कट्टे व नशीली दवाइयों की बोरी ज्वालामुखी के अपने सहयोगी रोहित को शाहपुर में दी थी. आरोपियों द्वारा वो सामान जब ले जाया जा रहा था तो टांडा मेडिकल कॉलेज के पास पुलिस का नाका लगने के चलते बैग को साथ में लगी झाड़ियों में फैंक दिया और मौके से फरार हो गए.

दूसरा आरोपी रोहित ज्वालामुखी का रहने वाला है, लेकिन अमृतसर में अपने ससुराल में रहता था. रोहित जेल में पहले ही हत्या के मामले में सजा काट रहा है तथा पैरोल पर बाहर आया था. रोहित पर मादक पदार्थ नियम के संबंधित 7 और मामले भी चल रहे हैं. सारी घटना होने के बाद जब पुलिस इस मामले में जांच कर रही थी तो पुलिस को इनपुट मिली कि एक व्यक्ति शाहपुर के एक होटल में ठहरा हुआ है तथा उसकी गतिविधियां ठीक नहीं हैं. इस पर पुलिस ने उस पर अपनी नजर रखी तथा उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच के दौरान रोहित को अमृतसर से गिरफ्तार किया.

विनय और रोहित एक जेल में आपस में मिले थे, जहां पर इनकी दोस्ती हुई और इन्होंने साथ में कई वारदात में काम किया. पुलिस को मिली इस सफलता के चलते और भी मामले सुलझाने में मदद मिलेगी. काबिलेगौर है कि इसी साल के 6 सितंबर को बुधवार की सुबह टांडा मेडिकल कॉलेज के अवासीय परिसर के पास बने शिवमंदिर के पास की झाड़ियों में एक बैग मिला था जिसमें 3 देसी कट्टे, 40 राऊंड गोलियां, 2 चाकू और 5 हजार 250 नशे की गोलियां मिली थीं.

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