भोपाल : मध्य प्रदेश, राजस्थान (Rajasthan), छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री कौन होगा इसके लिए बैठकों का दौर जारी है। इस बीच शुक्रवार को बताया गया है कि भोपाल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक दल की बैठक (legislative party meeting) सोमवार को शाम सात बजे होगी। कहा जा रहा है कि इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री के फेस का ऐलान () किया जा सकता है। हर किसी की नजरें इसी पर टिकी हुई हैं कि क्या सूबे की कमान फिर से पार्टी शिवराज सिंह चौहान के हाथ में देगी या फिर किसी नए फेस पर भरोसा जताएगी।
वहीं, राजस्थान की बात करें तो बीजेपी के सभी पर्यवेक्षक शनिवार दोपहर तक जयपुर पहुंच सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि यहां रविवार को विधायक दल की बैठक हो सकती है, जिसमें मुख्यमंत्री के फेस पर मोहर लग सकती है। सूत्रों का कहना है कि छतीसगढ़ में रविवार को बीजेपी पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सरबानंद सोनेवाल और दुष्यंत गौतम विधायक दल बैठक लेने के लिए रायपुर जाएंगे। विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।
मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। हालांकि, वह कुछ समय पहले यह बयान दे चुके हैं कि वह न तो कभी मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे और न ही आज हैं। पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उन्हें स्वीकार है। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि वे दिल्ली नहीं बल्कि छिंदवाड़ा जाएंगे। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने छिंदवाड़ा छोड़कर प्रदेश की शेष 28 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी।
शिवराज के अलावा पार्टी का कद्दावर ओबीसी चेहरा और प्रहलाद पटेल भी रेस में हैं। नरेंद्र सिंह तोमर के लंबे प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें भी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। केंद्रीय संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे विजयवर्गीय को भी पार्टी ने विधानसभा चुनाव लड़ाया है। राजनीतिक हलकों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ अन्य नामों को भी मुख्यमंत्री की दौड़ में उम्मीदवार माना जा रहा है। तोमर व पटेल केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफे दे चुके हैं, इसलिए माना जा रहा है ये प्रदेश में किसी बड़ी भूमिका में होंगे।