प्रयागराज में अतीक और अशरफ की शनिवार देर रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई. गोली मारने वाले तीन शूटर्स में से एक लवलेश तिवारी बांदा के क्योतरा इलाके का रहने वाला है. उसकी मां आशा देवी ने बातचीत में बताया कि लवलेश भगवान का भक्त था. बिना पूजा-पाठ किए वह खाना तक नहीं खाता था. जब से हमने उसकी खबर देखी है तो यकीन नहीं हो रहा कि वो ऐसा कुछ भी कर सकता है.
इस दौरान लवलेश की मां फूट-फूट कर रोने लगीं. उन्होंने बताया कि उनके चार बेटे हैं. जिनमें से लवलेश तीसरे नंबर पर है. आशा देवी ने बताया कि पता नहीं उसके दिमाग में ये सब करने का विचार कैसे आया.
वह तो हमेशा लोगों की मदद करने वाला लड़का था. पूजा-पाठ में उसकी रूचि थी. वह भगवान के भजन-कीर्तन जैसे कार्यक्रमों में भी भाग लेता था.
उन्होंने बताया कि काफी साल पहले लवलेश बजरंग दल (Bajrang Dal) से जुड़ा था. आशा देवी ने आगे बताया कि उन्होंने जब टीवी पर यह खबर सुनी ही अतीक और अशरफ को गोली मारने वाले शूटर्स में उनका बेटा भी शामिल है तो उन्हें बिल्कुल भी यकीन नहीं हुआ. आशा देवी ने कहा, ”पता नहीं वो कैसी संगत में फंस गया कि उसने ये सब कर दिया.”
वहीं, लवलेश के छोटे भाई वेद ने बताया कि उसे भाई के किसी भी दोस्त के बारे में नहीं पता. वो कब घर आता है, कब जाता है किसी को कुछ पता नहीं होता. एक हफ्ते पहले ही वह घर आया था. वेद ने बताया कि लवलेश ने बजरंग दल को 5 से 6 साल पहले छोड़ दिया था. वह अब क्या काम करता था इस बारे में घर में किसी को नहीं पता.
उधर, लवलेश के पिता यज्ञ कुमार ने बताया, ”हमारी लवलेश से सालों से बातचीत बंद है. वह कोई काम धंधा नहीं करता. बस दिन भर नशा करता है. इसलिए काफी पहले से ही घर के सभी लोगों ने उससे बातचीत बंद कर दी है ‘लवलेश ने दो साल पहले भी एक युवती को बीच चौहारे पर थप्पड़ मार दिया था. जिसके बाद उसके खिलाफ मामला चला और वो जेल में भी रहा.”
बता दें, शनिवार देर रात को बाहुबली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई है. हमला तब हुआ, जब पुलिस दोनों को मेडिकल के लिए प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी. तीन हमलावरों ने पुलिस की गाड़ियों पर कई राउंड फायर किए, जिसमें अतीक और अशरफ दोनों की मौत हो गई.
हालांकि, पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया. इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया. तीनों आरोपी मीडियाकर्मी बनकर घटनास्थल पर पहुंचे थे. वे सभी पल्सर बाइक पर सवार होकर आए थे. अतीक-अशरफ पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हो गई. इस हमले में एक पुलिस कांस्टेबल भी घायल हुआ है, जिसका नाम मान सिंह है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है.
फायरिंग करने वाले तीनों आरोपियों की पहचान
अतीक-अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है. वहीं, अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है. जबकि, तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर जनपद से है.
अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि आरोपियों पर पहले कहां-कहां और किस तरह के मामले दर्ज हैं. पूछताछ में आरोपी बता रहे हैं कि वो बड़ा माफिया बनना चाहते हैं इसलिए वारदात को अंजाम दिया.
आरोपियों ने बताया, ‘कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे, बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया.’ हालांकि पुलिस अभी पूरी तरह से इनके बयानों पर भरोसा नहीं कर रही है क्योंकि तीनों के बयानों में विरोधाभास है और पूछताछ जारी है.
उधर, घटना के बाद देर रात ढाई बजे सीएम योगी की अधिकारियों के साथ हाईलेवल मीटिंग की. सीएम योगी ने DGP को निर्देश दिए हैं कि प्रयागराज पुलिस के अलावा एसटीएफ भी घटनास्थल से सुबूत इकट्ठा करे. मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स और PAC की तैनाती भी की गई है.
डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार को पूरे घटनाक्रम की गहनता से मॉनिटरिंग किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. मामले में एसटीएफ प्रयागराज की स्पेशल टीम भी पूछताछ कर रही है.
सुरक्षा के मद्देनजर पूरी यूपी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है. अफसरों को सड़कों पर उतरकर स्थिति पर नजर बनाए रखने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही पीस कमेटियों के साथ भी संपर्क करने को कहा गया है. वहीं, लखनऊ में यूपी सीएम के सरकारी आवास की भी सुरक्षा बढ़ाई गई है.
, अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में परिवार की तरफ से FIR दर्ज कराई जाएगी. सूत्रों के मुताबिक, अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की तरफ से हत्या की तहरीर दी जा सकती है. फातिमा अपने पति अशरफ और जेठ अतीक अहमद के मर्डर के मामले में शिकायत करेंगी, जिसे अतीक के वकील शाहगंज थाने लेकर जाएंगे.