नई दिल्ली (New Delhi) । चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला (Amardeep Singh) को भारतीय सेना में बड़ी जिम्मेदारी मिली है। लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह (Amardeep Singh) को नए मास्टर जनरल सस्टेनेंस (MGS) के रूप में नियुक्त किया गया है। सेना के अधिकारियों ने कहा कि औजला को नए एमजीएस के रूप में नियुक्त किया गया है और वह सेना प्रमुख के आठ प्रमुख स्टाफ अधिकारियों में से एक होंगे।
चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला को भारतीय सेना का नया मास्टर जनरल सस्टेनेंस (MGS) नियुक्त किया गया है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि नए MGS अमरदीप सिंह औजला सेना प्रमुख के आठ अहम स्टाफ अधिकारियों में से एक होंगे। राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट में कमीशन, औजला दिसंबर 1987 में सेना में शामिल हुए थे।
लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला मई 2022 से चिनार कॉर्प्स को संभाल रहे हैं और LoC और वहां की आंतरिक सुरक्षा स्थिति को बनाए रखने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। कश्मीर घाटी में औजला तीन कार्यकालों का परिचालन कर चुके हैं। इनमें औजला कश्मीर में कंपनी कमांडर के रूप में भी अपनी सेवा दे चुके हैं।
अमरदीप सिंह औजला ने उधमपुर स्थित उत्तरी कमान मुख्यालय में आतंकवाद विरोधी अभियानों की देखरेख करने वाले मेजर जनरल के रूप में भी काम किया है। इतना ही नहीं औजला कमांडो विंग, इन्फैंट्री स्कूल बेलगाम में प्रशिक्षक भी रहे हैं।
विदित हो कि साल 1987 को सेना में कमीशन प्राप्त करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल औजला की कश्मीर में पहले तीन तैनाती हो चुकी हैं। इसमें 2016 से 2018 तक ब्रिगेडियर जनरल (ऑपरेशंस) के तौर पर तैनाती भी शामिल है, जब घाटी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित विरोध प्रदर्शनों के दौर से गुजर रही थी।
युद्ध सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ठ सेवा पदक से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने कश्मीर घाटी में कंपनी कमांडर (1994-2004 के बीच) के रूप में सेवा दी, साथ ही उन्होंने प्रतिष्ठित इन्फैंट्री ब्रिगेड (2013-15) और उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास इन्फैंट्री डिवीजन (2019-2020) की कमान भी संभाली।