लखनऊ: 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2022 के अवसर पर मनाये जा रहे अमृत योग सप्ताह (14 से 20 जून) का आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को योग, आयुर्वेद के लाभों के विषय में जागरूक किया जायेगा।
एस.एन. सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि योग और आयुर्वेद की विधा हमारे देश में प्राचीन काल से चली आ रही है। प्राचीन काल में आयुर्वेद के महान ज्ञाता भगवान धनवन्तरि, चरक, सुश्रुत आदि ने इस विधा से लोगों का उपचार किया और इस विधा को जन-जन तक पहुँचाया। पश्चिमी देशों के आगमन के पश्चात एलोपैथ को बढ़ावा दिए जाने के कारण हमारी विधा को उपेक्षित किया गया एवं इस प्राचीन विधा को समुचित स्थान नहीं दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयुष मंत्रालय का गठन किया गया और योग, आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, सिद्धा एवं नेचुरोपैथी को इसमें शामिल किया गया है। 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमें अपनी पुरानी विधा का विकास करते हुए उसके फायदों एवं औषधीय गुणों को जन-जन तक पहुँचाना है। इसी के दृष्टिगत भारत सरकार ने एक सप्ताह तक योग सप्ताह मनाने का निर्णय लिया है।